अयोध्या में ज्येष्ठ के चतुर्थ मंगल पर गूंजी हनुमान चालीसा, लगा विशाल भंडारा

 

महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या । मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की पावन नगरी अयोध्या आज ज्येष्ठ माह के चतुर्थ मंगल के पावन अवसर पर भक्तिमय हो उठी। इस शुभ दिन पर, विष्णुप्रिया सेवा संस्थान के तत्वावधान में श्री हनुमान जी को समर्पित ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ और एक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने हिस्सा लिया।
शाम 4 बजे से प्रारंभ हुए इस कार्यक्रम में वातावरण ‘जय श्री राम’ और ‘जय हनुमान’ के जयघोष से गुंजायमान हो उठा। हनुमान जी, जिन्हें बल, बुद्धि, विद्या और सर्व सिद्धियों का प्रदाता माना जाता है, के संकटमोचन स्वरूप को स्मरण करते हुए भक्तों ने श्रद्धापूर्वक हनुमान चालीसा का पाठ किया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य लोक कल्याण और सभी पर श्री हनुमान जी की कृपा बनाए रखना था।
विष्णुप्रिया सेवा संस्थान के निदेशक श्री प्रत्यूष उपाध्याय ने बताया कि यह आयोजन हनुमान जी के प्रति अगाध श्रद्धा और समाज सेवा की भावना से प्रेरित था। उन्होंने कहा कि हनुमान जी लोक जीवन में संकटमोचन के नाम से विख्यात हैं और उनकी आराधना से सभी संकट दूर होते हैं। इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में ‘विष्णुप्रिया रेस्टोरेंट एवं विष्णुप्रिया गेस्ट हाउस’ और ‘सिद्धि फूड प्वाइंट एंड रेस्टोरेंट’ ने महत्वपूर्ण सहभागिता निभाई। इन प्रतिष्ठानों के सहयोग से ही विशाल भंडारे का सुचारु रूप से संचालन संभव हो पाया, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
कार्यक्रम में श्री ऋषि कुमार उपाध्याय, मुकेश, राघवेंद्र पाण्डेय, चंचल, गौतम, दारा, डॉ. संजय कुमार पाण्डेय, अनुज उपाध्याय और उत्कर्ष, गरिमा सहित कई गणमान्य व्यक्तियों और स्वयंसेवकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इन सभी के अथक प्रयासों से ही यह धार्मिक कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो पाया। इस दौरान उपस्थित भक्तों ने हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ कर आध्यात्मिक शांति का अनुभव किया और भंडारे में प्रसाद पाकर तृप्त हुए। यह आयोजन अयोध्या में धार्मिक उत्साह और सामुदायिक सद्भाव का प्रतीक बन गया।