जितेन्द्र पाठक
संतकबीरनगर।जनपद के ग्राम पचपोखरी, थाना दुधारा अंतर्गत आराजी संख्या 205 को लेकर भूमि विवाद एक बार फिर गहराता नजर आ रहा है। ग्रामवासियों का आरोप है कि वर्षों पूर्व न्यायालय द्वारा किए गए भूमि बंटवारे के बावजूद विपक्षीगण फर्जी तरीके से बैनामा कर विवादित भूमि पर अवैध कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम पचपोखरी निवासी लल्ला, इफ्तेखार, तौलन, मुख्तार, मुहम्मद नवी, अमतुल एवं अमरून आदि को वर्ष 1987 में अपर परगना अधिकारी, खलीलाबाद न्यायालय द्वारा बंटवारे में भूमि का स्पष्ट निर्धारण एवं रंगभेदी नक्शा उपलब्ध कराया गया था। उक्त बंटवारे के अनुसार, सभी संबंधित पक्ष अपनी-अपनी भूमि पर वर्षों से काबिज हैं।
लेकिन आरोप है कि विपक्षीगण अकबाल अहमद, सकील अहमद, तुफेल अहमद एवं मोहम्मद इलियास ने न्यायालय द्वारा निर्धारित हिस्से से अधिक भूमि का फर्जी तरीके से बैनामा कर दिया है। बैनामा के आधार पर कुछ बाहरी व्यक्तियों—मनोज कुमार पाण्डेय, अनिल कुमार पाण्डेय, आफताब आलम व नाजमीन बेगम—ने कथित तौर पर जबरन कब्जे की कोशिश शुरू कर दी है।
पीड़ितों का कहना है कि जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उन्हें जानमाल की धमकियाँ दी गईं और विपक्षियों द्वारा फौजदारी करने की भी कोशिश की गई। पीड़ित पक्ष का दावा है कि वर्तमान में खातेदारों के बीच कोई वैध बंटवारा नहीं हुआ है और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भूमि हड़पने की साजिश रची जा रही है।
प्रार्थीगण ने जिलाधिकारी संत कबीर नगर से इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराने एवं दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पीड़ितों ने प्रशासन से यह भी अपील की है कि उन्हें उनकी भूमि पर शांति और सुरक्षा के साथ काबिज रहने दिया जाए।