हनुमानगढ़ी में बड़े मंगल पर उमड़ा भक्ति और सेवा का सागर

 

महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या । राम की नगरी अयोध्या में आज बड़े मंगल के पावन अवसर पर सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी में भक्ति और सेवा का अद्भुत संगम देखने को मिला। पुजारी अनिल दास जी एवं महंत बलराम दास जी के सानिध्य में हनुमानगढ़ी के प्रवेश द्वार के निकट एक विशाल विराट भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
इस भव्य आयोजन के तहत हनुमानगढ़ी दर्शन के लिए आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को भोजन, ताजे फल और शीतल जल वितरित किया गया। भक्तों की भारी भीड़ के बावजूद, भंडारे की व्यवस्था अत्यंत सुचारू और समर्पित भाव से संचालित की गई, जिसमें स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़कर सेवा कार्य में भाग लिया। दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने पंक्तिबद्ध होकर भोजन प्रसाद ग्रहण किया और आयोजन समिति के प्रयासों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। इस अवसर पर पुजारी अनिल दास जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “बड़े मंगल के शुभ अवसर पर सेवा कार्य करना हमारी प्राचीन परंपरा है। यह विशाल आयोजन प्रभु हनुमान जी की असीम कृपा से ही संभव हो पाया है, जिसका उद्देश्य यही है कि हर भक्त को इस भीषण गर्मी में शीतलता और संतोष प्राप्त हो। वहीं, हनुमानगढ़ी के महंत बलराम दास जी ने भंडारे के सफल आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी सहयोगियों और श्रद्धालुओं को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने इस सेवा कार्य को “रामभक्ति का वास्तविक रूप बताते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन हमारी संस्कृति और धार्मिक मूल्यों को जीवंत रखते हैं। हनुमानगढ़ी में बड़े मंगल के अवसर पर आयोजित इस विशाल भंडारे ने पर्व के महत्व को और भी बढ़ा दिया। यह आयोजन भक्ति, निस्वार्थ सेवा और अटूट समर्पण का एक अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करता है, जिसने श्रद्धालुओं के हृदय में एक अमिट छाप छोड़ी।