अंबेडकर नगर में त्वचा और बालों की बीमारियों पर विशेषज्ञ ने दी चेतावनी: फंगल संक्रमण, बाल झड़ना और सफेद दाढ़ी से बचाव के बताए उपाय

अंबेडकर नगर। बदलती जीवनशैली, अनियमित खानपान और स्वच्छता की अनदेखी के कारण आजकल त्वचा और बालों की समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। अंबेडकर नगर के प्रख्यात त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. जी.डी. वर्मा (MBBS, DVD, MIADVL) ने एक विशेष जागरूकता अभियान के तहत जनता को इन बीमारियों के प्रति सतर्क करते हुए टिनिया (फंगल संक्रमण), बालों के झड़ने और युवाओं में समय से पहले दाढ़ी के बाल सफेद होने जैसी समस्याओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी और इनसे बचाव के व्यावहारिक उपाय सुझाए।

 

डॉ. वर्मा ने बताया कि टिनिया एक सामान्य लेकिन तेजी से फैलने वाला फंगल संक्रमण है जो मुख्य रूप से जांघों, कमर, गर्दन और शरीर की सिलवटों में होता है। यह संक्रमण अधिकतर गंदगी, पसीना, तंग कपड़ों और गीली त्वचा के कारण होता है। इससे बचने के लिए उन्होंने सुझाव दिया कि लोग रोजाना स्नान करें, त्वचा को पूरी तरह सुखाकर ही कपड़े पहनें, सूती और ढीले कपड़े पहनें, और तौलिया, अंडरगारमेंट्स या चादरें साझा न करें। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि यदि संक्रमण हो जाए, तो डॉक्टर की सलाह से एंटी-फंगल दवाओं और क्रीम का उपयोग करें और खुद से कोई दवा प्रयोग न करें, क्योंकि गलत दवा से संक्रमण और भी जिद्दी हो सकता है। उन्होंने कहा कि इलाज के दौरान भी 4 से 6 हफ्ते तक साफ-सफाई और सावधानी बरतना जरूरी है, वरना यह संक्रमण बार-बार लौट सकता है।

 

बालों का झड़ना, खासकर युवाओं में, आज एक गंभीर समस्या बन गई है। डॉ. वर्मा ने बताया कि इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं — जैसे पोषण की कमी (विशेष रूप से प्रोटीन, आयरन, जिंक और विटामिन D), तनाव, हार्मोनल असंतुलन, अनुवांशिकता, और बालों की गलत देखभाल। उन्होंने कहा कि बालों की मजबूती के लिए संतुलित आहार, नियमित तेल मालिश, हल्के और सल्फेट-मुक्त शैंपू का उपयोग करना जरूरी है। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की निगरानी में मिनोक्सिडिल या फिनास्टेराइड जैसी दवाएं दी जा सकती हैं। इसके अलावा PRP थेरेपी भी बालों के झड़ने को रोकने में मददगार है।

 

एक और बढ़ती हुई चिंता युवाओं में दाढ़ी के बालों का समय से पहले सफेद होना है। डॉ. वर्मा ने बताया कि इसके पीछे आनुवंशिक कारण, विटामिन B12, आयरन और कॉपर की कमी, धूम्रपान, अत्यधिक तनाव, थायरॉयड जैसी बीमारियां हो सकती हैं। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे पौष्टिक आहार लें, जिसमें दूध, अंडे, मछली, हरी सब्जियां, नट्स और बीज शामिल हों। साथ ही, प्राकृतिक उपचार जैसे आंवला, करी पत्ता और नारियल तेल का प्रयोग, सफेद बालों की रफ्तार को कम करने में मदद कर सकता है। केमिकल युक्त हेयर डाई और बार-बार कलरिंग करने से बचना चाहिए। अगर सफेदी तेजी से बढ़ रही हो, तो थायरॉयड और विटामिन की जांच करवाना आवश्यक है।

 

डॉ. वर्मा ने अंत में कहा कि त्वचा और बालों की समस्याओं को हल्के में लेना भारी पड़ सकता है। इन बीमारियों से निपटने के लिए सबसे जरूरी है — जागरूकता, साफ-सफाई, संतुलित आहार और समय पर इलाज। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे किसी भी दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना न करें और त्वचा व बालों की उचित देखभाल करें।

 

इस मौके पर डॉ. वर्मा ने दीपावली और भाई दूज के पावन पर्व पर अंबेडकर नगर सहित समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि यह त्योहार सिर्फ घर की सजावट का नहीं, बल्कि अपने शरीर और स्वास्थ्य की देखभाल का भी अवसर होना चाहिए।