संजीव कुमारी।
कुरुक्षेत्र : पहलगाम, कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले को लेकर षडदर्शन साधुसमाज की संरक्षक महामंडलेश्वर 1008 स्वामी विद्या गिरि जी महाराज,श्रीमहंत बंशी पुरी जी महाराज,महंत विश्वनाथ गिरि, अध्यक्ष परमहंस ज्ञानेश्वर, उपाध्यक्ष महंत गुरुभगत सिंह, कोषाध्यक्ष महंत महेश महेश मुनि, संगठन सचिव वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, महासचिव महंत ईश्वर दास, महंत लक्ष्मी नारायण पुरी, महंत तरण दास, महंत राम अवतार दास, महंत देवी शरण, महंत सुनील दास, महंत सर्वेश्वरी गिरि इत्यादि संत समाज ने गहरा दुख और रोष व्यक्त किया है। इस नृशंस हमले में हमारे देश के निर्दोष नागरिकों की जान गई, जो वहां केवल घूमने और कश्मीर की खूबसूरती का आनंद लेने गए थे। महामंडलेश्वर विद्यागिरि महाराज ने कहा कि यह हमला न केवल मानवता पर, बल्कि देश की एकता और शांति पर सीधा प्रहार है। श्रीमहंत बंशी पुरी महाराज ने कहा, “जो लोग वहां कश्मीर की वादियों में सुकून तलाशने गए थे, उन्हें गोलियों से भून देना कायरता की पराकाष्ठा है। परमहंस ज्ञानेश्वर ने कहा कि इन निर्दोष भारतीयों की शहादत ने हमें झकझोर दिया है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि आम नागरिक मारे गए हैं – और यही बात इसे और अधिक दर्दनाक बनाती है। उन्होंने कहा कि यह घटना दिखाती है कि आतंकवाद अब किसी एक वर्ग या स्थान तक सीमित नहीं रहा; अब हर नागरिक इसका निशाना बन सकता है, और इसलिए हमें इसके खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा। महंत महेश मुनि ने कहा कि “भारत के हर कोने से जो लोग कश्मीर को देखने गए थे, वे अब देश की असहनीय पीड़ा बन गए हैं। यह हमला दर्शाता है कि आतंकवाद सिर्फ सीमा पर खतरा नहीं, बल्कि हमारे घरों के दरवाज़े तक पहुँच चुका है।” षडदर्शन साधुसमाज के पदाधिकारियों ने शहीद नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि आज पूरे देश की आत्मा रो रही है, लेकिन साथ ही एक नई चेतना भी जाग रही है – एकजुटता की, संकल्प की, और आतंक के खिलाफ निर्णायक लड़ाई की। “हमारे नागरिकों पर हुआ यह हमला हमें कमजोर नहीं, बल्कि और दृढ़ बनाएगा। हम नफरत की ताक़तों को दिखा देंगे कि भारत की आत्मा को कुचला नहीं जा सकता।”