लखनऊ। राजधानी के थाना गोसाईगंज क्षेत्र में घर में हुई चोरी की वारदात का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। इस मामले में पीड़ित के बहनोई द्वारा ही अपने साले के घर को निशाना बनाया गया था, जबकि इस षड्यंत्र में उसकी पत्नी की भी भूमिका उजागर हुई है। पुलिस ने बहनोई की पत्नी को गिरफ्तार कर चोरी के करीब चार लाख रुपये के जेवरात बरामद कर लिए हैं, जबकि मुख्य आरोपी बहनोई फरार है जिसकी तलाश जारी है।पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ के अनुसार, ग्राम सिठौली कला निवासी अमित कुमार ने 14 अप्रैल को थाना गोसाईगंज में शिकायत दर्ज कराई थी कि 9/10 अप्रैल की रात उसके घर से अज्ञात चोरों ने सोने-चांदी के आभूषण और नकदी चोरी कर ली है। मामले की जांच में जुटी पुलिस को सीसीटीवी फुटेज व साक्ष्यों के आधार पर अमित के सगे बहनोई वीरेंद्र कुमार निवासी लक्ष्मणपुर, गोसाईगंज का नाम सामने आया।जैसे ही पुलिस ने वीरेंद्र के घर दबिश दी, वह पीछे के रास्ते से भागने में सफल हो गया, लेकिन उसकी पत्नी मोहन देवी को मौके पर ही पकड़ लिया गया। पूछताछ में मोहन देवी ने चौंकाने वाले खुलासे किए। उसने बताया कि वह अक्सर अपने भाई अमित के घर आती-जाती थी और घर की भीतरी बनावट व स्थितियों की पूरी जानकारी थी। यही जानकारी उसने अपने पति वीरेंद्र को दी, जिससे उसे चोरी की वारदात को अंजाम देने में आसानी हुई।मोहन देवी के घर की तलाशी लेने पर पुलिस को घर के निचले हिस्से में छुपाकर रखे गए जेवरात बरामद हुए, जिनमें एक हार, जोड़ी झुमकी, झाला, मंगलसूत्र, नथुनी मय चैन, पायजेब और लचका शामिल हैं। इनकी अनुमानित कीमत करीब चार लाख रुपये बताई जा रही हैलिस ने मोहन देवी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, जबकि वीरेंद्र कुमार की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिशें दी जा रही हैं। इस खुलासे में थाना गोसाईगंज की पुलिस टीम—उप निरीक्षक अरविंद कुमार यादव, महिला उप निरीक्षक दीपिका सिंह, प्रशिक्षु उप निरीक्षक रामेन्द्र सिंह, कांस्टेबल रोहित कुमार और महिला कांस्टेबल रश्मि सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।पुलिस ने बताया कि संबंधित मामले में आईपीसी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई जारी है। फरार अभियुक्त की जल्द गिरफ्तारी का दावा भी किया गया है।