बस्ती ।एनएमसी की तरफ से बस्ती मेडिकल कॉलेज 100 सीटें की मान्यता है।महार्षि वशिष्ठ राज्य मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डाक्टर मनोज कुमार ने कहा कि 2019 बैच के 99 एमबीबीएस के प्रशिक्षु पूरी तरह से डॉक्टर बन गए हैं। उन्होंने सभी को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।पहले से चल रहे ओपेक हॉस्पिटल कैली को 1 अप्रैल 2019को मेडिकल कॉलेज संबद्ध कर भागीदार बना दिया गया जिससे प्रदेश भर में डाक्टरो कमी दूर हो सके । 2019 तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार ने एक साथ पांच मेडिकल कॉलेज खोले गए एन एम सी के द्वारा सौ सीटकी मान्यता प्राप्त हुई। महार्षि वशिष्ठ स्वसाशी राज्य नाम दिया गया । एम बी बी एस पहली छात्रा हरियाणा की सुस्मा मुंद एवं सौवां छात्र बरेली जिले के जीत कुमार ने दाखिला लिया। एमबीबीएस पहला मेडिकल कॉलेज बैच के 99एमबीबीएस प्रशिक्षु डॉक्टर बन गए हैं। यह डॉक्टर देशभर के निजी और सरकारी क्षेत्र में चल रहे अस्पतालों में सेवाएं देने के योग्य हो गए हैं। साढ़े चार साल तक मेडिकल कॉलेज में थ्यूरी की पढ़ाई करने के बाद यह पिछले साल2024से सौ मे 99 छात्र एक साथ से बस्ती मेडिकल कॉलेज में अपनी इंटर्नशिप कर रहे थे। 14 अप्रैल ही में इन सभी डॉक्टरों की एक साल की इंटर्नशिप पूरी हाने के बाद कॉलेज ने इन्हें प्रोविजनल डिग्री देकर डॉक्टर घोषित कर दिया है। अब इनको मेडिकल काउंसलर लखनऊ में बांड भरा जाएगा जिससे प्रदेश भर में कहीं भी एन एम सी गाइडलाइन के अनुसार जूनियर रेजिडेंस बना भेज दिया जाता है।
हालांकि इनमें से अधिकतर नौकरी करेंगे तो कई एमबीबीएस के बाद अन्य डिग्री करने के लिए रैंक के अनुसार भी योग्य हैं। बहुत से डॉक्टर अपनी पढ़ाई के साथ-साथ स्वास्थ्य संस्थानों में सेवाएं भी देंगे। उधर , महार्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज बस्ती के प्रधानाचार्य प्रोफेसर डॉ मनोज कुमार ने कहा कि 2019 बैच के 99 एमबीबीएस के प्रशिक्षु पूरी तरह से डॉक्टर बन गए हैं। उन्होंने सभी को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।मौके पर सी एम एस प्रोफेसर समीर श्रीवास्तव, डाक्टर अनिल कुमार यादव,डा विकास गुप्ता,डा श्याम सुंदर केसरी, डॉ ज्ञान प्रकाश मिश्रा, आदि ने एम बी बी एस प्रथम बैंच छात्रो को भविष्य शुभकामनाएं दी