अतरौलिया (आजमगढ़) – युवा विकास समिति एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा धनन्जय पब्लिक स्कूल जगदीशपुर अतरौलिया के प्रांगण में लगाईं गई तीन दिवसीय प्रदर्शनी के समापन के मौके पर बच्चों द्वारा बनाए गए माडलों को देखकर अतिथि, अभिभावक और स्कूल स्टाफ के लोग मंत्रमुग्ध हो गए। अतिथियों ने बच्चों की प्रतिभा को सराहा और कहा की भविष्य में भी पढ़ाई के साथ-साथ ऐसी गतिविधियों में हिस्सा लेकर प्रतिभा दिखाने के लिए तैयार रहना चाहिए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि योगेन्द्र राय ने कहा की जनपद के विद्यार्थियों में प्रतिभा की कमी नहीं है। मंच मिलने से बच्चे अपने कौशल का परिचय देते है। जरूरी है कि बच्चे अपने पसंदीदा क्षेत्र में आगे बढ़े, तभी जीवन में सफलता मिलती है।
देवी प्रसाद पाण्डेय नें बच्चों की चेतना की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे ही विज्ञान आधारित सोच का विकास बच्चों में होता रहा तो निश्चय ही हम सबसे आगे होंगे। प्रधानाचार्य रूचि तिवारी ने कहा कि इस तरह से वैज्ञानिक चेतना एवं बुद्धि का विकास होता है। स्टॉल देखने के बाद उन्होंने ने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी मनुष्य जगत के प्रगति में विज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। डॉ राम कुमार ने कहा कि यही बच्चें कल के वैज्ञानिक हैं उन्होंने कहा कि हमें बच्चों में रचनात्मक खोज की प्रवृत्ति विकसित करनी है।
विभिन्न प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा मैडल व प्रमाणपत्र दिया गया तो मैडल और प्रमाणपत्र पाकर बच्चों के चेहरे खिल उठे। इस अवसर पर इस मौके पर प्रशांत द्विवेदी, अजय पान्डेय, अरविन्द चौहान, विजय तिवारी, आशीष तिवारी, जयराम तिवारी, आर पी० पान्डेय, सोनू उपाध्याय, संतोष पान्डेय, सुरेन्द्र निषाद, अमित पान्डेय, ध्रुव मिश्रा, रामधारी पाठक सिंह, सत्यम, प्रदीप गौड़, रिंकू शर्मा, जया श्रीवास्तव, नन्दिनी पान्डेय, माला पाण्डेय ,योगिता श्रीवास्तव, वन्दना, निशा मिश्रा, प्रभात पान्डेय,शिखा पान्डेय, प्रियंका उपाध्याय,सपना रावत रवीन्द्र तिवारी सहित अनेक लोग मौजूद रहे।