लिखा तुम्हारा मेहंदी से है, सजना मैंने नाम।
प्रेम किया है प्रेम करूंँगी,जी भर उम्र तमाम।।
तीज व्रत उपवास रखा है,अमर ये रहे सुहाग।
पल-पल बढ़ता ही अब जाए,गौरी सा सौभाग।।
सजना मेरे रहो सलामत,साथ सुबह से शाम…
लिखा तुम्हारा मेहंदी से है, सजना मैंने नाम।।
तुमको पाकर खुशियांँ पाई, करती हूँ आभार।
तुमसे ही है जीवन मेरा,तुम्हीं प्रेम आगार।।
हो आशीष पिता माता का,घर हो ईश्वर धाम. ..
लिखा तुम्हारा मेहंदी से है,
सजना मैंने नाम।।
साथ रहें हम जनम जनम तक,
यह माँगूँ वरदान।
कृपा रखें वे मैया गौरी,भोले शिव भगवान।।
हर संकट में हाथ परस्पर,लेंगे हम तुम थाम..
लिखा तुम्हारा मेहंदी से है, सजना मैंने नाम।।
अंजना सिन्हा “सखी”
रायगढ़