दुर्ग 24 अगस्त
– मातृशक्तियों ने एकत्रित होकर हल षष्ठी पर्व को मनाया। इस अवसर पर माताएं अपने संतान की सुख-समृद्धि और दीर्घायु की कामना के लिए एकत्रित हुईं।रश्मि जी के द्वारा कमर छठ की पूजा कराई गई जिसमें माताएं व्रत रखकर अपने संतान के लिए प्रार्थना की। यह पर्व छत्तीसगढ़ में कमर छठ के नाम से जाना जाता है । बहुत ही धूमधाम से इस पर्व को मनाते है आज के दिन बगैर हल का जुता हुआ सामग्री काउपयोग किया जाता है पसहर चावल और छह प्रकार की भाजी छह प्रकार का अनाज अर्पित की जाती है ,सामूहिक पूजा का आयोजन किया जाता है रश्मि श्रीवास्तव के निवास स्थान पर मुक्त नगर की महिला एकत्र हो अपनी परंपरा और संस्कृति का निर्वहन किया मातृशक्तियों ने अपने संतान के लिए आशीर्वाद और सुख-समृद्धि की कामना की।
– डॉ अर्चना श्रेया ,बसंती साहू मंजुला वर्मा और बेबी कृषा द्वारा खूबसूरत भजन प्रस्तुत किया गया अंत में शिव जी की आरती से पूजा का समापन हुआ बच्चों को माताएं छुई मिट्टी की पोता पीठ पे लगाती है।
खास पूजन पर माताएं रेमन, सुमन ,प्रीति, शालिनी, मिसेज ताम्रकार , प्रिया,बसंती बसु आंटी, रश्मि ,मंजू वर्मा ,बिंदिया वर्मा डॉ अर्चना श्रेया
के साथ बाल गोपाल आदि , पियू,कुक्कू और सुब्बू उपस्थित थे ।