लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 63,364 गांवों की 89.19 लाख घरौनी तैयार करने का काम पूरा किया जा चुका है। स्वामित्व उत्तर प्रदेश योजना के तहत घरौनी के लिए राजस्व परिषद ने 90,573 गांवों को चिह्नित किया है। इस संदर्भ में करवाए गए ड्रोन सर्वेक्षण के बाद 10 हजार गांव गैर आबाद मिले हैं, जबकि कुछ गांव नगरीय निकायों की सीमा में आ गए हैं। चिह्नित किए गए सभी गांवों में घरौनी तैयार करने का कार्य अगले तीन से चार माह में पूरे होने की उम्मीद है। इसके बाद गांवों में राजस्व विवाद समाप्त हो जाएंगे। उत्तर प्रदेश में घरौनी तैयार करने की योजना पर अप्रैल 2020 में काम शुरू किया गया था। योजना की शुरूआत बाराबंकी से की गई थी। उसके बाद पूर्वांचल के 37 जिलों के 10-10 गांवों को चिह्नित कर घरौनी तैयार करने का कार्यशुरू किया गया। इसके लिए भारतीय सर्वेक्षण विभाग देहरादून की मदद से इन गांवों का ड्रोन से सर्वेक्षण करवाया गया। ड्रोन सर्वेक्षण के चलते गांव के हर घर की वास्तविक स्थिति और उसके क्षेत्रफल का आंकलन करके घरों का नक्शा निकाला जा रहा है। योजना के तहत ड्रोन सर्वेक्षण के जरिए घरों के नक्शे की सही जानकारी निकालने के बाद उसे गांव में चिपकाया जाता है। 15 दिन के भीतर अगर संबंधित घर या नक्शे को लेकर किसी की कोई शिकायत होती है तो उसे दावा पेश करना होता है। अगर कोई शिकायत या दावा नहीं पेश किया जाता है तो घरौनी को सही मान लिया जाता है। ड्रोन सर्वेक्षण के बाद तैयार होने वाली घरौनी में लोगों को पिता, पति, पत्नी व बच्चों के नाम भी दर्ज करवाने की सुविधा दी गई है। प्रदेश में 1.08 लाख गांव हैं। इनमें से घरौनी के लिए 90,573 गांवों को चिह्नित कर भारतीय सर्वेक्षण विभाग द्वारा ड्रोन सर्वेक्षण करवाया गया है। इस बारे में राजस्व परिषद के अध्यक्ष डा.रजनीश दुबे ने बताया कि धरौनी को लेकर जिन गांवों में ग्रामीणों की ज्यादा शिकायतें आई हैं वहां पर दोबारा ड्रोन सर्वेक्षण करवाने की जिम्मेदारी मंडलायुक्तों को सौंपी गई है। तैयार हो चुकी घरौनी को लोगों को वितरित भी किया जा रहा है। जिन गावों में घरौनी तैयार करने का काम पूरा हो गया है, वहां के लोगों को मोबाइल पर एसएमएस आएगा। इसमें लिंक दिया जाएगा। इस लिंग को खोलकर आन लाइन घरौनी निशुल्क डाउनलोड की जा सकेगी। इसके अलावा विभागीय दफ्तर से भी घरौनी प्राप्त की जा सकेगी।
घरौनी से लोगों को मिल सकेंगे यह लाभ
– घरों का नक्शा बन जाएगा।
– घरों का वर्तमान क्षेत्रफल की जानकारी विभाग को हो सकेगी।
– घरौनी में लोग परिवार के मुखिया सहित अन्य सदस्यों के नाम भी शामिल करवा सकेंगे।
– बंटवारे को लेकर संपत्ति विवाद नहीं होंगे।
– घरौनी बनने के बाद घर बनाने या किसी अन्य काम के लिए बैंकों से ऋण लिया जा सकेगा।
– खतौनी की तरह ही घरौनी को भी मान्यता दी गई है।