– मस्टर रोल के मुताबिक जांची जाएगी श्रमिकों की हाजिरी
– चार श्रमिक कर रहे काम 40 की बन रही उपस्थिति
– सीडीओ ने डीसी मनरेगा से सक्रिय कामगारों की रिपोर्ट
बस्ती। मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़ा रोकने की कवायद के तहत कार्यस्थल पर श्रमिकों की हाजिरी व्यवस्था को सत्यापन करने का फैसला किया है। डीसी मनरेगा ने श्रमिकों की हाजिरी ऑनलाइन करने की प्रक्रिया की जांच पड़ताल शुरू करने के लिए सभी बीडीओ को निर्देशित किया है। मस्टररोल के मुताबिक जांच पड़ताल कराने को कहा है। मस्टररोल में फर्जी नाम अगर लिख सकेंगे तो पकड़ में आ जाएंगे। फिलहाल जिले की 1185 ग्राम पंचायतों में इसे शुरू किया जाएगा। गौरतलब है कि ग्रामीण विकास मंत्रालय ने पहली जनवरी से ही मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम (एमएमएस) एप लांच कर ऑनलाईन हाजिरी लेन की प्रक्रिया अनिवार्य कर दी थी ताकि श्रमिकों की हाजिरी के साथ ही अन्य कार्यों में भी पारदर्शिता आए। लेकिन ग्राम पंचायतों में मनरेगा कामगारों की हाजिरी में फिर एक बार फर्जीवाड़ा आने की शिकायत के बाद कार्यस्थल पर ही सत्यापन की कवायद शुरू की गई है।
मनरेगा कामगारों के ऑनलाइन हाजिरी के बाद भी इसमें गड़बडी की शिकायत के मद्देनजर अब कार्यस्थल पर मस्टररोल के मुताबिक कामगारों की हाजिरी का सत्यापन कराने का निर्देश उपायुक्त मनरेगा को दे दिया गया है। मनरेगा के कार्यों में पारदर्शिता बनी रहे इस नाते ही ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था जिले में लागू है। इसके जरिए राज्य स्तर पर भी रियल टाइम पता चल रहा है कि किस साइट पर कितने श्रमिक काम कर रहे हैं।