बस्ती। जून उत्तर प्रदेश के परिक्षेत्र के बस्ती, संतकबीरनगर व सिद्धार्थनगर जिले में प्रोएक्टिव पुलिसिंग लागू की जाएगी। प्रो पुलिसिंग के तहत पुलिस या प्रवर्तन एजेंसी अपने क्षेत्र में अपराध होने से पहले उन्हें रोकने का प्रयास करेगी। हर पल और सभी आपराधिक गतिविधियों पर उसकी नजर 24 घंटे सातो दिन बनी रहेगी। कामकाज के प्रदर्शन से तय होगा कि स्टेशन अफसर की थानेदारी जाएगी या रहेगी। इस बाबत जानकारी देते हुए आईजी आरके भारद्वाज ने कहा कि रेंज के थाना इंचार्ज व चौकी प्रभारियों के कामकाज के आधार पर रैंकिंग होगी। इसी के आधार पर रिपोर्ट बनेगी। इसमें कार्यक्षमता, व्यवहार कुशलता और अनुशासन की परख की जाएगी। थाने की साफ-सफाई, रजिस्टरों के रखरखाव, अपराधियों के प्रति निरोधात्मक कार्रवाई, लंबित प्रकरणों का निस्तारण, मुकदमों की विवेचना में गुणवत्ता और फरियादियों से व्यवहार कामकाज के प्रदर्शन के आकलन का आधार रहेगा साथ ही रोजाना पैदल गश्त, थानाक्षेत्र की यातायात व्यवस्था के प्रति सतर्कता, महिला आरक्षियों की फील्ड में ड्यूटी के आधार पर भी कामकाज का आकलन होगा। इसी प्रकार चौकी प्रभारियों का आकलन केस की विवेचना, क्षेत्र में सक्रियता के साथ ही आमजन से व्यवहार के आधार पर कामकाज का आकलन किया जाएगा। इसके बाद जो रिपोर्ट तैयार होगी, उसी के आधार पर थानों पर थानाध्यक्ष और पुलिस चौकियों पर चौकी प्रभारी अपने पदो पर यथावत रह सकेंगे।
रेंज में जीरो टॉलरेंस और आक्रमक पुलिसिंग पर जोर दिया जाएगा। क्राइम ड्राइव के लिए संदिग्ध लोगो को रोकना-टोकना, पूछताछ करना निरंतर जारी रहेगा। सोशल मीडिया पर भी निरंतर निगरानी की जाएगी। क्राइम व पुलिस से जुड़़े पोस्ट पर तत्काल एक्शन लेकर उसकी प्रतिक्रिया भी सोशल मीडिया पर देते रहना होगा।
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