केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने घूसखोरी के दो अलग-अलग मामलों में से एक मामले में डाक सहायक, लेखा कार्यालय, नानपारा, बहराइच(उत्तर प्रदेश) तथा दुसरे मामले में मुख्य डिपो सामग्री अधीक्षक (सीडीएमएस), आलमबाग स्टोर डिपो, उत्तर रेलवे, लखनऊ एवं एएसआई, आरपीएफ, आलमबाग, उत्तर रेलवे, लखनऊ सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पहले मामले में, सीबीआई ने आरोपी डाक सहायक, लेखा कार्यालय, नानपारा, बहराइच (उत्तर प्रदेश ) के विरुद्ध दिनांक 12.06.2024 को मामला दर्ज किया, जिसमें आरोप है कि आरोपी ने विभाग के अज्ञात वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सम्बन्ध होने के प्रभाव का उपयोग करके शिकायतकर्ता के विरुद्ध विभागीय मामले को निपटाने हेतु उससे 2,00,000/- रु. अनुचित लाभ की मांग की तथा आंशिक भुगतान के रूप में 20,000/- रु. की अग्रिम राशि स्वीकार करने पर सहमति दी।
सीबीआई ने जाल बिछाया एवं उक्त आरोपी को शिकायतकर्ता से रिश्वत के आंशिक भुगतान के रूप में 20,000 रु. की रिश्वत स्वीकार करने के दौरान रंगे हाथ पकड़ा। उक्त आरोपी को गिरफ्तार किया गया तथा विशेष न्यायाधीश, सीबीआई कोर्ट संख्या 2, लखनऊ की अदालत के समक्ष दिनांक 14.06.2024 को पेश किया जाएगा।
बहराइच (उत्तर प्रदेश) स्थित आरोपी के आवास पर तलाशी ली गई है।
दुसरे मामले में, सीबीआई ने आरोपी एएसआई, आरपीएफ, आलमबाग, उत्तर रेलवे, लखनऊ एवं डीएमएस, आलमबाग डिपो, उत्तर रेलवे, लखनऊ (जिसके सीडीएमएस होने की जानकारी मिली ) के विरुद्ध दिनांक 13.06.2024 को मामला दर्ज किया, जिसमे आरोप है कि आरोपियों ने शिकायतकर्ता के चचेरे भाई (जो शिकायतकर्ता की फर्म के मामले देखता है) से रेलवे डिपो से उनके द्वारा खरीदे गए रेलवे के कबाड़ को काटने और उठाने की अनुमति देने हेतु क्रमशः 12,800/- और 8,200/- रु. के अनुचित लाभ की मांग की।
सीबीआई ने जाल बिछाया और दोनों आरोपियों यथा एएसआई, आरपीएफ एवं सीडीएमएस, उत्तर रेलवे को शिकायतकर्ता से क्रमशः 9,000/- व 8,200/- रु. का अनुचित लाभ की मांग करने एवं स्वीकार करने के दौरान रंगे हाथ पकड़ा। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया एवं उन्हें विशेष न्यायाधीश, भ्रष्टाचार निरोधक, सीबीआई कोर्ट (पश्चिम), लखनऊ की अदालत के समक्ष दिनांक 14.06.2024 को पेश किया जाएगा।
दोनों आरोपियों के लखनऊ स्थित आवास पर तलाशी ली गई।
इस मामले में जांच जारी है।