बस्ती – मण्डलायुक्त अखिलेश सिंह ने नवनिर्मित राजकीय महिला पॉलिटेक्निक तथा राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, हथियागढ का निरीक्षण किया। उन्होंने दोनों कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया है कि 30 जून तक कार्य पूर्ण करके विभाग को हैंडओवर करें ताकि इस सत्र से कक्षाएं संचालित की जा सके। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कुछ कमियां भी पाई, जिसको समय से सही कराने का निर्देश दिया। इस दौरान उनके साथ उपनिदेशक अर्थ एवं संख्या अमजद अली अंसारी उपस्थित रहे।
मण्डलायुक्त ने दोनों भवन परिसर में वृक्षारोपण कराने एवं लैण्डस्केपिंग कराने का निर्देश दिया है। उन्होने कहा कि अभी से गड्ढे खुदवा दे तथा गोबर आदि डाल दें, ताकि आने वाले समय में वृक्षारोपण कराया जा सके। उन्होने परिसर में साफ-सफाई कराने का भी निर्देश दिया है। राजकीय इंजीनियंरिंग कालेज में मुख्य मार्ग से प्रशासनिक भवन गेट तक विद्युत पोल की संख्या बढाने तथा 100 वाट लगाने का निर्देश दिया है ताकि पर्याप्त रोशनी रहें।
निरीक्षण के क्रम में उन्होंने पीपीपी मॉडल पर संचालित होने वाले महिला पॉलिटेक्निक का निरीक्षण किया। कार्यदायी संस्था के सहायक अभियन्ता चौथी राम ने बताया कि प्रशासनिक भवन, एकेडमिक भवन तथा लड़कों एवं लड़कियों के लिए हॉस्टल जून के अंत तक तैयार हो जाएगा। भवन में विद्युत कनेक्शन के लिए बिजली विभाग को आवेदन कर दिया गया है। उनके द्वारा ट्रांसफार्मर भी स्थापित कर दिया गया है, आंतरिक वायरिंग हो गई है, केवल विद्युत सुरक्षा संबंधी प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाना है। पालिटेक्निक में फर्नीचर की व्यवस्था संचालक संस्था द्वारा की जायेंगी।
मंडलायुक्त ने प्रशासनिक भवन, एकेडमिक भवन में कक्षाओं, कंप्यूटर रूम, लाइब्रेरी, वाशरूम आदि का निरीक्षण किया। सहायक अभियंता ने बताया कि आवास निर्माण का कार्य भी चल रहा है, जिसे शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। राजकीय पॉलिटेक्निक के प्रधानाचार्य आर.के. सिंह ने बताया कि उनके विद्यालय कैंपस में ही महिला पॉलिटेक्निक का निर्माण हो रहा है। नए भवन की बाउंड्री पूरी कर ली गई है।
उल्लेखनीय है कि राजकीय महिला पालिटेक्निक 2017 में स्वीकृत हुयी थी, इसकी कुल लागत रू0 11.65 करोड़ है। इसके सापेक्ष कुल रू0 11.6 करोड़ प्राप्त हो गया है। परियोजना प्रबंधक चौथी राम ने बताया कि इसका रख-रखाव प्राचार्य प्राविधिक शिक्षा द्वारा किया जायेंगा। महिला पालिटेक्निक में मुख्य भवन, वर्कशाप, 04 आवास, ओवरहेड टैंक, बाउंड्रीवाल, एम.एस. गेट, कैटल टै्रप, रेनवाटर हार्वेस्टिंग, आन्तरिक विद्युतीकरण, किर्लोसकर जनरेटर सेट की स्थापना करायी गयी है।
इसके पश्चात् मंडलायुक्त ने राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रशासनिक भवन, एकेडमी भवन, कक्षाओं का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने दरवाजों में गैप पाया, मुख्य भवन के प्रशासनिक एवं एकेडमिक भवन के बीच आंगन में टाइल्स का एलाइनमेंट सही नहीं मिला, कक्षाओं में भी बीम सही नहीं पाया गया। मंडलायुक्त ने इसका सुधार करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कार्यदायी संस्था के जेई जे.पी. यादव को समय से हॉस्टल का निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया।
इस भवन की कुल लागत रु0 43.46 करोड़ है, जिसमें से रू0 38 करोड़ प्राप्त हो गया है। कार्यदायी संस्था सीएण्डडीएस उ0प्र0, जलनिगम के सहायक अभियन्ता जे.पी. यादव ने बताया कि इस भवन के लिए भूमि 2016 में ही प्राप्त हो गयी थी। भवन की कुल 87 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसमें मुख्य भवन, लड़को एवं लड़कियों का हास्टल, 28 आवास, गेस्ट हाउस, ट्यूबेल, बाउंड्रीवाल, गार्डरूम का कार्य कराया गया है।
————-