यज्ञ से होता है अंतकरण की शुद्धि, देवता प्रसन्न हो अन्न धन का करते हैं बर्षा– अनुष्का पाठक

  कुशीनगर, 7मार्च  जहां यज्ञ होता है। वहां के वातावरण शुद्ध होता है। देवता प्रसन्न होकर देते हैं इच्छित‌ धन। प्राणी इस लोक के सुख को भोगते हुए स्वर्ग को‌ प्राप्त कर लेता है।
उक्त विचार बिशुनपुरा विकास खंड के ग्राम सभा बलकुड़िया में आयोजित श्री रुद्र महायज्ञ के पहले दिन प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार से राष्टपति द्वारा सम्मानित बाल बिदुषी अनुष्का पाठक ने कही। कथा को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि भारद्वाज मुनि ने याज्ञवल्क्य से चरण वंदन कर पूछा कि हे मुनिवर राम कौन है।एक राम को तो हम जानते हैं। जिन्हें पूरा संसार जानता है। कि वे राजा दशरथ के पुत्र हैं।उनका जन्म हुआ बिवाह हुआ, बनवास हुआ और वन से मां जानकी का हरण रावण द्वारा कर लिया गया।और रोष में आकर भगवान राम ने रावण के सोने की लंका पर चढ़ाई कर दिया। अन्तोगत्वा रावण पर विजय प्राप्त कर जानकी माता को अयोध्या वापस लेकर आये।
मैं पूछना चाहता हूं कि क्या वही दशरथ नन्दन राम भगवान है कि कोई और राम भगवान है। इस अवसर पर कमेटी के संरक्षक बिनोद गुप्ता, अध्यक्ष ब्रजभूषण गुप्ता, ओमप्रकाश पाण्डेय, दीनानाथ, सुरेश गोड़, इस्लाम अंसारी, बिजय सिंह, रामशरण दास, शैलेश जायसवाल, रमेश सिंह, प्रभु गुप्ता, भुआल सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।

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