प्रयागराज20 फरवरी । तपोनिष्ठ अनंत श्री विभूषित श्रीमज्जगद्गुरु रामानुजाचार्य श्री स्वामी रोहिणीश्वर प्रपन्नाचार्य जी महाराज पीढाधीश्वर श्री राम-जानकी सिद्ध पीढ, पुराना अलंकार आश्रम (पुरानी लंका) चित्रकूट धाम के शिष्य श्री देवप्रवर प्रपन्नाचार्य, जो कि श्री राम जानकी धार्मिक संस्था ट्रस्ट, पुराना अलंकार आश्रम चित्रकूट धाम की शाखा श्री धाम वृन्दावन में एक आश्रम का संचालन पूर्ण मनोयोग से कर रहे हैं, एवं श्रीमद् भागवत इत्यादि अनेकानेक पुराणों के सरस प्रवक्ता हैं।
श्री देवप्रवर प्रपन्नाचार्य को श्रीमज्जगद्गुरु के गुरुतर दायित्व से अभिसिंचित एवं मंगलानुशासित करने हेतु 21 फरवरी को पट्टाभिषेक किया जाएगा। यह जानकारी जगद्गुरू रामानुजाचार्य मधुसूदनाचार्य महाराज ने दी है।
उन्होंने बताया कि श्री लक्ष्मी नारायण भगवान की प्रेरणा से श्री स्वामी जी महाराज पीठाधीश्वर पुराना अलंकार आश्रम (पुरानी लंका) चित्रकूट धाम द्वारा पूज्य श्री देवप्रवर प्रपन्नाचार्य को श्री तीर्थराज प्रयाग, श्री वेणीमाधव भगवान भगवती त्रिवेणी संगम एवं विमलात्मा आप्तकाम संतों महापुरुषों की दिव्य पावन सन्निधि में श्रीमज्जगद्गुरु के गुरुतर दायित्व से अभिसिंचित एवं मंगलानुशासित करने हेतु 21 फरवरी को पट्टाभिषेक किया जाअगा। कार्यक्रम का आयोजन आचार्य बाड़ा रामानुज नगर गंगाघाट प्रयागराज में श्रीमज्जगद्गुरु श्री महन्त, शिविराध्यक्ष, संतों, महापुरुषों, विद्धत वरेण्यों सहित श्री पुरानी लंका आश्रम के ट्रस्टी एवं सहयोगी महानुभावों की पावन उपस्थिति में समारोह की संपन्नता होना सुनिश्चित किया गया है।