महिलाओं को हर महीने आने वाले पीरियड्स अपने साथ शारीरिक परेशानियां लेकर आते हैं। इस दौरान सबसे बड़ी दिक्कत होती है पेट में होने वाला दर्द। इस दर्द को पीरियड क्रैंप कहते हैं।दरअसल, पीरियड्स के दौरान गर्भाशय की मांसपेशियों में सिकुडऩ होती है, जिस वजह से दर्द उठता है। इस स्वास्थ्य संबंधी परेशानी से निपटने के लिए आपको अपनी रोजाना की कुछ आदतों को बदलना होगा ।आइए ये आदतें और इन्हें बदलने की टिप्स जानते हैं।
पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना
खुद को हाइड्रेटेड रखने से आपको पीरियड्स में होने वाले दर्द से राहत मिल सकती है। डॉक्टरों के अनुसार रोजाना 8 गिलास पानी पीना सेहत के लिए अनिवार्य होता है।पीरियड्स के मुश्किल दिनों में पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से पेट की सूजन भी कम होती है और साथ ही दर्द से राहत मिलती है।हालांकि, हाइड्रेटेड रहने के लिए सोडा या कोल्ड ड्रिंक न पीयें। ये आपके दर्द को बढ़ा सकते हैं।
शारीरिक गतिविधियां न करना
पीरियड्स के दौरान शारीरिक गतिविधियां करना कभी न भूलें। यह बात सभी जानते हैं कि ऐसे जटिल दर्द में शरीर को हिलाना एक मुश्किल काम होता है, लेकिन दर्द से राहत पाने के लिए ये बेहद जरूरी है।पीरियड्स के वक्त शारीरिक एक्सरसाइज करना सुनिश्चित करें। आप इस दौरान सैर पर जा सकती हैं। इसके अलावा आप स्ट्रेचिंग या डांस करके भी खुद को एक्टिव रख सकती हैं।
कई महिलाऐं पीरियड्स के समय अपनी डाइट से ज्यादा खा लेती हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पीरियड्स के दौरान ज्यादा भूख लगती है। इसके चलते अक्सर महिलाएं जंक फूड या स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह खाने का सेवन करने लगती हैं।इस वक्त जरूरी होता है अपने शरीर में पौष्टिक और स्वास्थ्य लाभों से युक्त खाना पहुंचना। आप पोटैशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और विटामिन- डी से लैस खान-पान का चुनाव करें।हो सके तो फल, ताजी सब्जियां और ड्राई फ्रूट्स खाएं।
ठंडे पानी से नहाना
पीरियड्स के दौरान ठंडे पानी से नहाने की गलती कभी न करें। पीरियड्स के वक्त आपको अपने शरीर को ठंड से बचाना होता है। इस समय ठंड लगने से पेट दर्द में इजाफा होता है।ऐसे में आप गर्म या हल्के गुनगुने पानी से ही नहाएं। गर्म पानी से नहाने से आपके बदन की सिकाई होती है, जिसके कारण दर्द से भी राहत मिलती है।इस दौरान ठंडे-ठंडे नहीं, बल्कि गर्म-गर्म पानी से नहाना चाहिए।
मानसिक तनाव में रहना
पीरियड्स के समय आपको तनाव से बचने के जरूरत है। तनाव शरीर में हार्मोनल मार्गों को प्रभावित करता है और यह पीरियड साइकिल को नियंत्रित करने वाले हार्मोन को भी प्रभावित कर सकता है।तनाव से अनियमित पीरियड होने का खतरा रहता है। इससे पीरियड क्रैम्प्स और भी दर्द देने वाले हो जाते हैं।पीरियड्स के दौरान आप ऐसे काम करें, जिनसे आपका मन खुश और शांत रहे।