अनुराग लक्ष्य, 21 जनवरी
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी,
मुम्बई संवाददाता ।
आधुनिकता की दौड़ और शहरीकरण के नाम पर एक वक्त था कि जंगलों को काटकर गांव को उजाड़ कर शहर बनाए गए और बसाए गए। लेकिन उसी शहर और वेवसायिक स्थलों पर समय ने खंजर चला दिए, जिसकी वजह से चार करोड़ की आबादी वाला धारावी जैसा वेवसायिक केंद्र भी अब उजड़ने को मजबूर दिखाई दे रहा है।
जिसके पहले चरण में साइन रेलवे ब्रिज को तोड़कर फिर से नवीनीकरण के काम का शोर अब पूरी तरह हर एक के कानों में गूंजने लगा है।
सूत्रों की मानें तो मुंबई यातायात में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सायन रेलवे ब्रिज का डायवर्जन 21 जनवरी से होने वाला है। जिसमें सायन और धारावी के रहवासियों के साथ पूरी मुंबई इस दिक्कत का सामना करने वाली है।
अब देखना यह है कि इस समस्सेया से जुड़े अधिकारी कौन सा रूट प्लान करते हैं जिससे सायन रेलवे स्टेशन से गुजरने वाले वाहनों के साथ साथ नित्य आने जाने वाली जनता का भी रास्ता सुखद हो और जनता का आवागमन बाधित न हो।