सद्गुरु कबीर के विचार आज भी प्रासंगिक: जस्टिस सुभाषचंद्र शर्मा

 

अयोध्या। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सुभाष चंद्र शर्मा शनिवार की देर शाम अयोध्या पहुंचे। जहां वह महाेबरा बाजार स्थित श्रीकबीर धर्म मंदिर जियनपुर गए। वहां मंदिर के संस्थापक रामसूरत साहेब, निर्माणकर्ता उदार साहेब की सामाधि स्थली पर जाकर श्रद्धासुमन अर्पित कर नमन किया। श्रीकबीर धर्म मंदिर सेवा समिति जियनपुर के अध्यक्ष महंत उमाशंकर दास, मंत्री विवेक ब्रह्मचारी द्वारा न्यायाधीश श्री शर्मा का सद्गुरु कबीर साहेब का चित्रपट, बीजक भेंट एवं शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया गया। कबीर मठ पहुंचकर न्यायाधीश सुभाष चंद्र शर्मा बहुत ही अभिभूत दिखे। उन्होंने कहा कि हम सब कबीर के अनुयायी और मानने वाले लोग हैं। सद्गुरु कबीर साहेब के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। वह संपूर्ण मानव एकता के पुजारी थे। उन्होंने समाज में फैली कुरीतियों-विसंगतियाें के खिलाफ लड़ाई लड़ी। समाज काे एकसूत्र में पिराेने का काम किय। कबीर साहेब ने अनेकों पद्य की रचना किया। इसके माध्यम से समाज में छुआछूत-भेदभाव काे दूर करने का प्रयास किया गया। संत कबीर दास वाह्य आडंबरों, छुआछूत व सामाजिक कुरीतियों का हमेशा विरोध किया करते थे। उनके बारे में जितना कहा जाए वह कम ही हाेगा। हमें आज सद्गुरू कबीर साहेब से प्रेरणा लेने और उनके बतलाए हुए मार्ग पर चलने की जरूरत है। उन्हीं का अनुसरण करना हाेगा। तभी एक अच्छे समाज की परिकल्पना हाे सकती है। अच्छे समाज का तात्पर्य जहां छुआछूत, भेदभाव, सामाजिक विसंगतियां, वाह्य आडंबर आदि न हाे। श्रीकबीर धर्म मंदिर सेवा समिति जियनपुर के अध्यक्ष महंत उमाशंकर दास ने कहा कि जस्टिस साहब का पूरा परिवार कबीर पंथी एवं अनुयायी है। यह सद्गुरु कबीर काे मानने वाले लोग हैं। कबीर मठ में इनका आगमन हुआ। जाे हम लाेगाें के लिए बहुत ही खुशी की बात है। इस अवसर पर प्राे. अनिल कुमार विश्वकर्मा, पूर्व सदस्य इस्पात मंत्रालय जैस वर्मा, अनुसूचित खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रसाधन विभाग राजेश्वरी प्रसाद विश्वकर्मा, डा. अमित पटेल, समिति के काेषाध्यक्ष निर्मल कुमार वर्मा, उच्च न्यायालय लखनऊ के अधिवक्ता मंदीप पांडेय, एडवोकेट अमिताभ श्रीवास्तव, हृदयराम वर्मा, मनाेज तिवारी, साैरभ पांडेय, मुलायम यादव, अजीत यादव, अतुल विश्वकर्मा, दुर्गेश शर्मा, चंद्रगुप्त माैर्य, डा. सुनीता बाैद्ध, अमरनाथ वर्मा, रामप्रकाश दास, अवनीश सिंह, अनूप जायसवाल आदि माैजूद रहे।

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