दिनांक 2 अक्टूबर 23 को संध्या 5.00 बजे कहानिका हिंदी पत्रिका के गुजरात अध्याय द्वारा ऑनलाइन uकjवि सम्मेलन का आयोजन गुगल मिट पर किया गया।
जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में संतोष खुराना, प्रधान संपादक समन्वय श्रोत (कनाडा), विशिष्ठ अतिथि के रूप में सुधीर श्रीवास्तव मीडिया सह राज्य प्रभारी यूपी अध्याय, जे के मिश्रा (अंतर्राष्ट्रीय संयोजक दुबई) धर्मेश कुमार जोशी गोधरा और सभा अध्यक्ष के रूप में श्याम कुंवर भारती (प्रधान संपादक कहानिका हिंदी पत्रिका झारखंड) ने भाग लिया।
मंच का संचालन कविता राय , उप राज्य प्रभारी मध्य प्रदेश अध्याय ने किया ।
शुभारंभ गणेश वंदना रेखा कापसे एमपी, सरस्वती वन्दना रजनी कटारे जबलपुर एमपी और देवी गीत श्याम कुंवर भारती ने अपनी मधुर स्वर में किया।
स्वागत गीत रामनिवास तिवारी आसू कवि (राज्य प्रभारी मध्य प्रदेश अध्याय) ने अपनी स्वरचित रचना से किया ।
संपादक रजनी प्रभा ने गांधी के विचारों और आदर्शो पर बोलते हुए कहा पश्चिमी चंपारण में जहां गांधी जी ने अपना सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया था, वहा आज गांधी के विचारों का कोई मोल नहीं है।गांधी को मानना और उनके आदर्शो पर चलना दोनो अलग बात है।राज्य प्रभारी गुजरात अध्याय गुलाब चंद पटेल ने कहा गांधी आज हमारे दिलो में जिंदा है।उनके कार्यों और संघर्षों को भुलाया नही जा सकता। श्याम कुंवर भारती प्रधान संपादक ने कहानिका के भावी कार्यक्रमो ले बारे में बताते हुए कहा जैसा को अंतर्राष्ट्रीय संचालन समिति ने निर्णय किया है अगला ऑफलाइन कवि सम्मेलन जनवरी 24 में दुबई, नवंबर में बनारस यूपी, दिसंबर 23 में काठमांडू नेपाल में होगा।साथ ही कई तरह की साहित्यिक प्रतियोगिताएं भी शुरू की जाएगी। पत्रिका के हार्ड कॉपी का विमोचन दुबई में किया जाएगा। बाकी सभी साझा पुस्तक संकलन का विमोचन बनारस में होगा।
रजनी कटारे जी ने बहुत ही भावपूर्ण रचना प्रस्तुत कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
कवि सम्मेलन में भाग लेने वाले कवियों में मुख्य रूप से जिन कवियों ने भाग लिया उनमें डॉ गुलाब चंद पटेल ,शैलेष वाणिया, वी अरूणा कोलकाता , बंकिमचंद्र ब्रह्मभट्ट” चंद्र” अमदावाद गुजरात, डा कुंवर वीर सिंह मार्तंड, कोलकाता
राजेश तिवारी ‘मक्खन’ झांसी उ प्र., कविता नामदेव नजीबाबाद बिजनौर, डॉ. संजय कुमार मालवी आदर्श इंदौर रजनी प्रभा बिहार , रेखा कापसे एमपी, डा कुंवर वीर सिंह मार्तंड कोलकाता (संपादक: साहित्य त्रिवेणी),श्रीमती बी. यादु जिला धमतरी छत्तीसगढ़, कविता नामदेव नजीबाबाद बिजनौर, छगनलाल मुथा-सांडेराव, मुंबई , विकाश शर्मा हरियाणा और अन्य कई कवियों ने अपनी सुंदर कविताओं से सबको तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।
अंत में रजनी प्रभा संपादक के धन्यवाद ज्ञापन के बाद सभा की समाप्ति की घोषणा की गई।