वंदे मातरम’ गीत के 150 वर्ष: उत्तर प्रदेश में वर्षभर चलेगा देशभक्ति का महोत्सव, मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में संस्कृति विभाग ने तैयार की विशेष योजना

लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन और कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का संस्कृति विभाग ‘वंदे मातरम’ गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में वर्षभर चलने वाले भव्य कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित कर रहा है। यह आयोजन भारत सरकार, संस्कृति मंत्रालय की उस ऐतिहासिक पहल का हिस्सा है, जिसके तहत वर्ष 2025-26 को पूरे देश में ‘वंदे मातरम’ वर्ष के रूप में मनाया जाएगा।प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि यह गीत, जिसे बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने 7 नवम्बर 1875 को रचा था, स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान देशभक्ति, एकता और स्वाभिमान का प्रतीक बना। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रेरणा से संस्कृति विभाग ने राज्य में इस राष्ट्रीय आयोजन को चार चरणों में मनाने का निर्णय लिया है।पहला चरण 7 से 14 नवम्बर 2025 तक ‘शुभारंभ सप्ताह’ के रूप में, दूसरा चरण 19 से 26 जनवरी 2026 तक गणतंत्र दिवस कार्यक्रमों के साथ, तीसरा चरण 7 से 15 अगस्त 2026 तक ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के अंतर्गत और चौथा चरण 1 से 7 नवम्बर 2026 तक ‘समापन सप्ताह’ के रूप में आयोजित होगा।मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि आज 7 नवम्बर को प्रदेशभर में ‘वंदे मातरम’ गीत के सामूहिक गायन से समारोह का शुभारंभ किया गया। लखनऊ में इसका राज्य स्तरीय आयोजन सचिवालय में हुआ, जहां सभी अधिकारी और कर्मचारी एक साथ ‘वंदे मातरम’ का गायन कर राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया। इसी प्रकार प्रदेश के सभी विद्यालयों में सुबह 10 बजे विद्यार्थियों द्वारा सामूहिक गायन किया गया।राज्य स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों में राष्ट्रीयता पर आधारित प्रदर्शनी, लघु फिल्में और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ शामिल की गईं। सूचना विभाग द्वारा प्रचार-प्रसार हेतु व्यापक जनसंपर्क अभियान संचालित किया जा रहा है, जबकि उच्च शिक्षा संस्थानों में राष्ट्रीय एकता और स्वतंत्रता संग्राम में योगदान पर संगोष्ठियाँ व परिचर्चाएँ आयोजित होंगी।इसके साथ ही प्रदेश के विद्यालयों में ‘वंदे मातरम’ थीम पर आधारित वाद-विवाद, निबंध लेखन, पोस्टर और रैली प्रतियोगिताएँ आयोजित की जा रही हैं। शहीद स्मारकों और स्वतंत्रता संग्राम स्थलों पर पुलिस और एनसीसी बैंड द्वारा ‘वंदे मातरम’ की धुन प्रस्तुत की जाएगी।पर्यटन मंत्री ने कहा कि इन सभी कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं में देशभक्ति की भावना को प्रबल करना, राष्ट्रीय गौरव को सुदृढ़ बनाना और सांस्कृतिक चेतना का प्रसार करना है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक जनपद में नोडल अधिकारी नामित किए जा रहे हैं, और सभी गतिविधियों से संबंधित जानकारी संस्कृति विभाग के पोर्टल www.upsangeetnatak.gov.in पर उपलब्ध कराई जाएगी।