हिंदी साहित्य को विश्वपटल पर पहुंचाने में बस्ती जिले और यहां के साहित्यकारों का बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है । आचार्य रामचंद्र शुक्ल से जी लेकर सर्वेश्वर दयाल सक्सेना जी तक का नाम इस फेहरिस्त में बड़े सम्मान के साथ है । बस्ती के वरिष्ठ कवि सत्येंद्र नाथ मतवाला जी अपने नामानुरूप मतवाला ही थे । कवि सम्मेलन जैसे किसी कार्यक्रम को आयोजित करना अपनेअप में एक दुरूह कार्य है , लेकिन मतवाला जी की लिए कार्यक्रम आयोजित करना दाएं बाएं हाथ का खेल था । तकरीबन 40 से 50 ऐसे कवियों , समाजसेवियों, का फोन न मतवाला जी के फोन बुक में था जो 1 घंटे के अंदर मतवाला जी आदेश पर उपस्थिति हो जाते थे । ये मतवाला जी की एक विशेष उपलब्धि थी । वो रानी लक्ष्मीबाई की जयंती हो या फ़िराक जयंती मतवाला जी आधे घंटे के अंदर कार्यक्रम आयोजित कर लेते थे । सच है अपने आप में एक काव्योत्सव थे मतवाला जी । एक लंबा सूनापन छोड़ गए मतवाला जी ।
विनम्र श्रद्धांजलि..