भारत के गौरव की शान है बिन्दी,
संस्कृति की पहचान है मेरी हिन्दी।
है सारी भाषाओ की लाडली बहना,
प्रेमचन्द की यह परिधान है हिन्दी।
आजादी की अलख जगाया इसने,
भारत का स्वाभिमान है मेरी हिन्दी।
मुगल और अंग्रेजो है खूब छकाया,
सच्चा हिन्दुस्थान है अपनी हिन्दी।
जीवन का इसको आधार बनाए हम,
हम सबका असली सम्मान है हिन्दी।
……डा सत्यव्रत दिवेदी