कानपुर देहात सेना के जवान पवनशंकर का अंतिम संस्कार दुर्वासा ऋषि आश्रम के पास सेंगुर नदी के किनारे किया गया है। सेना के जवानों ने शस्त्र सलामी दी इस दौरान स्वजन का रोकर बुरा हाल हो गया। परिवार की मांग है कि घटना के पीछे जो भी साजिश व हत्यारा हो पुलिस उसे जल्द पकड़कर सामने लाए। वह भी परेशान हैं कि आखिर किसी से कोई दुश्मनी नहीं है तो यह कैसे हो गया। शनिवार सुबह पवन शंकर का शव लेकर पत्नी रागिनी,चचेरे भाई सर्वेश व अंकित यहां लेकर पहुंचे।
शव पहुंचते ही घर पर पिता प्रेमशंकर व मां मुन्नी देवी का रोकर बुरा हाल हो गया। बहन अंजू गश खाकर गिर पड़ी और रोते हुए बोली कि भैया ने रक्षाबंधन पर आने का वादा किया था पर पता नहीं था कि अब ऐसा हो जाएगा। मेरे भाई जो भी हत्यारा है उसे सामने लाया जाए तभी आत्मा को शांति मिल सकेगी। जवान के स्वजनों को रोते बिलखते देख ग्रामीणों की आंखें भी नम हो गईं, उनकी भी मांग है कि सच सामने आना चाहिए। इसके बाद शव को सेंगुर नदी किनारे ले जाया गया है। जहां पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।