बस्ती। 19 अगस्त श्री रामलीला आयोजन समिति की बैठक सावित्री विद्या विहार के प्रांगण में की गयी। श्री राम दरबार पर पुष्पार्चन व श्री राम स्तुति के साथ बैठक का शुभारंभ किया गया। समिति द्वारा सभी विषयों पर मंथन करते हुए 26 अक्टूबर से 4 नवम्बर की तिथि का निर्धारण किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुये आचार्य जगदीश मिश्र ने बताया प्रभु श्री राम की उत्पत्ति की कारक इस मुख्य स्थली के लिए यह गौरव की बात है कि सनातन धर्म संस्था,बस्ती के प्रयास व समाज के सहयोग से विगत 3 वर्षों से श्री रामलीला मंचन का आयोजन किया जा रहा है।
आम जन मानस पर इसका बहुत ही सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। समिति के सदस्य सदस्य रमेश सिंह ने बताया श्री राम लीला के लिए जिस प्रकार विगत वर्ष 17 विद्यालय के 565 बच्चों द्वारा मंचन किया है वह अत्यंत सराहनीय और अनुकरणीय है इससे प्रेरणा लेते हुए इस वर्ष कार्यक्रम को 1 दिन का विस्तार दिया गया है। जिसके कारण इस वर्ष 20 विद्यालय के लगभग 700 बच्चे इसमें प्रतिभाग करने वाले हैं। कैलाश नाथ दूबे ने बताया कि पिछले वर्ष जो अभिनव प्रयोग बस्ती की धरा पर हुआ ज्ञात स्रोत से पूरे भारत वर्ष में ऐसा कहीं भी नही हुआ है कि बाल कलाकारों द्वारा, नित नए प्रतिभागियों द्वारा इतने बड़े मंच पर सजीव मंचन किया जाता है। मै स्वयं छात्र जीवन से रंग मंच से जुड़ा हुआ हूँ लेकिन इस प्रकार के किसी भी कार्यक्रम को देखने का अवसर नही प्राप्त हुआ है।
सन्तोष श्रीवास्तव ने कहा कि विद्यालय के बच्चों में भगवान श्री राम जी के आचरण जिस तरह से धीरे धीरे बच्चों के जीवन मे सम्मिलित कराया जा रहा है यह एक सुंदर भारत के निर्माण की बड़ी तैयारी साबित होगी।सेवानिवृत्त कर्नल के0 सी0 मिश्र ने बताया राम राज्य की संकल्पना को पूर्ण करने की श्रृंखला में यह कार्यक्रम भी एक कड़ी की भूमिका निभा रहा है। अखिलेश दूबे ने कहा कि जन जागरण, प्रचार वाहन, समाचार माध्यमों की सहायता से जन जन श्री रामलीला महोत्सव का प्रचार प्रसार कर जन जन तक श्री रामलीला महोत्सव को प्रसारित किया जा रहा है। समिति ने विद्यालयों का चुनाव कर प्रशिक्षण की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। उन्होंने कहा कि समिति समाचार पत्रों के माध्यम से निवेदन करती है कि मा.मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश समिति के प्रयासों को संज्ञान ले जिससे इसे और वृहद स्तर पर किया जा सके