शिक्षा में सुधार के लिए शिक्षकों का प्रशिक्षण जरूरी- संजय शुक्ल
बस्ती ( दैनिक अनुराग लक्ष्य ) जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में चल रहे पांच दिवसीय एफएलएन एवं एनसीईआरटी आधारित पाठ्य पुस्तकों का ब्लॉक स्तरीय संदर्भदाता प्रशिक्षण शनिवार को सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण समापन के अवसर पर प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित करते हुए डायट प्राचार्य संजय कुमार शुक्ल ने कहा कि आप सभी लोग ब्लॉक स्तरीय संदर्भदाता हैं। शिक्षा में सुधार के लिए शिक्षकों का समय-समय पर प्रशिक्षण जरूरी है। ब्लाकों में शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए शिक्षकों को सक्रिय रूप से शामिल करना, व्यावहारिक गतिविधियों को शामिल करना और सकारात्मक शिक्षण वातावरण बनाना महत्वपूर्ण है। शिक्षकों का प्रशिक्षण अच्छा होने पर ही छात्रों के सीखने के अनुभव में वृद्धि होगी और छात्रों की सहभागिता बढ़ेगी। प्रशिक्षण के नोडल प्रवक्ता अलीउद्दीन खान ने बताया कि आप सभी अपने ब्लॉकों में शिक्षकों को बेहतर ढंग से प्रशिक्षित करें। जब शिक्षकों का प्रशिक्षण अच्छा होगा तो निश्चित रूप से प्राथमिक विद्यालय में व्यापक बदलाव आएगा। प्रशिक्षण के संदर्भदाता प्रवक्ता वंदना चौधरी, एसआरजी आशीष श्रीवास्तव और अंगद पाण्डेय ने पांच दिवसीय प्रशिक्षण में विभाग द्वारा निर्धारित मॉड्यूल के अनुसार प्रशिक्षण दिया। कक्षा एक से लेकर पांच तक की भाषा, गणित और अंग्रेजी की पुस्तक, संदर्शिका और कार्यपुस्तिका का उपयोग, टीएलएम का उपयोग, ब्लेंडिंग तथा ग्रिड का प्रभावी उपयोग, निपुण भारत मिशन के संशोधित लक्ष्यों का अवलोकन, रेमेडियल शिक्षण, प्रिंट रिच सामग्री का उपयोग आदि के बारे में विस्तार से बताया।
प्रशिक्षण समापन के अवसर पर प्रवक्ता डॉ रविनाथ त्रिपाठी, इमरान, कुलदीप चौधरी, डॉ गोविन्द प्रसाद, शशिदर्शन त्रिपाठी, कल्याण पाण्डेय, सन्तोष शुक्ल, रवीश मिश्र, काशीराम, योगेश सिंह, श्री नारायन मिश्र, प्रदीप गुप्ता, संतोष त्रिपाठी, आशीष दूबे, उमाशंकर पाण्डेय, बालमुकुंद, राहुल उपाध्याय, गिरिजेश सिंह, अनूप सिंह, अनिल पाण्डेय, मनोज उपाध्याय, प्रमोद ओझा, स्कन्द मिश्र, शुभेंदु सिंह, मंगला मौर्य, गरिमा त्रिपाठी, रुक्मिणी मिश्रा, शालू सिंह, संतोष सिंह, बृजेश, अखिलेश, शैलेश मिश्र, अभिषेक त्रिपाठी, महावीर यादव, अभिनव, अनुराग, अनिल यादव, राजकुमार, शिव प्रसाद, शिव बहादुर शर्मा, करुणेश पाण्डेय, मनीष श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।