लखनऊ संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के अंतर्गत राज्य संग्रहालय लखनऊ में आज बच्चों के लिए विशेष ‘आर्ट एंड क्राफ्ट’ गतिविधि का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम “खुशियों की पाठशाला” श्रृंखला के अंतर्गत किया गया, जो ग्रीष्मकालीन बाल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने हेतु संस्कृति विभाग की अभिनव पहल है। कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के मानस पटल पर कलाकृतियों के प्रति सौंदर्यबोध जागृत करना एवं उनकी कलात्मक क्षमताओं का विकास करना है।उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह की प्रेरणा, प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन के मार्गदर्शन और निदेशक डॉ. सृष्टि धवन की परिकल्पना एवं निर्देशन में आयोजित इस श्रृंखला का सफल समन्वयन सहायक निदेशक डॉ. मीनाक्षी खेमका द्वारा किया जा रहा है।आज आयोजित ‘आर्ट एंड क्राफ्ट’ सत्र में विज्ञान फाउंडेशन के लगभग 35 बच्चों ने भाग लिया। बच्चों ने रंग-बिरंगे क्राफ्ट पेपर, स्टीकर्स और विभिन्न रंगों का उपयोग करते हुए पेन स्टैंड, घर, वॉल हैंगिंग, ग्रीटिंग कार्ड, फोटो फ्रेम, परी, लिफाफे और लैंडस्केप जैसी कलाकृतियां बनाईं। उनकी रचनात्मकता ने यह स्पष्ट किया कि इस प्रकार की गतिविधियां न सिर्फ कला के प्रति रुचि बढ़ाती हैं, बल्कि उनकी बौद्धिक क्षमता को भी उजागर करती हैं।कार्यक्रम में बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए अपनी कल्पनाओं को रंगों और आकारों में ढाला। बाल प्रतिभाओं की इस सृजनात्मक उड़ान को उपस्थित प्रशिक्षकों और आयोजन समिति के सदस्यों ने खूब सराहा।इस रचनात्मक सत्र की सफलता में सुश्री प्रीती साहनी, श्री धनंजय राय, श्री प्रमोद कुमार, श्रीमती शशिकला राय, श्रीमती गायत्री गुप्ता, श्री अनुराग द्विवेदी, श्री राजेश, मोहम्मद परवेज, श्री आशीष तिवारी एवं सुश्री पूनम आदि का सराहनीय योगदान रहा।राज्य संग्रहालय द्वारा संचालित यह श्रृंखला बच्चों के व्यक्तित्व विकास की दिशा में एक प्रभावशाली कदम है, जिसमें कलात्मकता के साथ-साथ संग्रहालय की शैक्षिक भूमिका भी प्रभावशाली ढंग से सामने आती है।