कलाकारों के लिए विशेष पंजीकरण अभियान 5 मई से

लखनऊ उत्तर प्रदेश की लोक कलाओं को संरक्षित, संवरित और प्रदर्शित करने के उद्देश्य से संस्कृति विभाग एक महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहा है। प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने जानकारी दी है कि कलाकारों की ई-डायरेक्टरी के लिए विशेष पंजीकरण अभियान 5 मई 2025 से 30 जून 2025 तक संचालित किया जाएगा। इस डायरेक्टरी में लोककला, संगीत, नृत्य, साहित्य और मंचीय विधाओं से जुड़े अनुभवी, पारंगत और प्रशिक्षित कलाकारों को स्थान दिया जाएगा।ई-डायरेक्टरी में ऐसे कलाकार पंजीकरण कर सकेंगे जो लोकगीत, लोकनृत्य, शास्त्रीय एवं उपशास्त्रीय गायन, वादन, सुगम संगीत, कठपुतली, जादू, रामलीला, रासलीला, भजन-कीर्तन, ग़ज़ल आदि में दक्ष हों। इसके अतिरिक्त हिन्दी और उर्दू के कवि व शायर भी इस पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण कर सकेंगे।मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि पहले से पंजीकृत कलाकारों सहित नए पंजीकृत होने वाले कलाकारों को विभाग तीन ग्रेड—ग्रेड-1, ग्रेड-2 व ग्रेड-3 में विभाजित करेगा। यह ग्रेडिंग उनकी दक्षता, अनुभव, प्रस्तुति और कार्यकुशलता के आधार पर तय होगी, जिससे उन्हें भविष्य के आयोजनों में अवसर मिल सकेगा। ग्रेड के अनुसार मानदेय निर्धारित किया जाएगा।कलाकारों के ग्रेड निर्धारण हेतु ऑडिशन की प्रक्रिया जुलाई 2025 में प्रारंभ होगी। इस कार्य के लिए भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा गठित विशेषज्ञ समिति एवं संस्कृति विभाग के निर्देशन में गठित समिति कार्य करेगी। हालांकि, बेसिक पंजीकरण पूरे वर्ष भर चलता रहेगा, जबकि वर्गीकरण हेतु ऑडिशन त्रैमासिक रूप से आयोजित किए जाएंगे।संस्कृति विभाग द्वारा केवल उन्हीं कलाकारों/कवियों को विभिन्न सांस्कृतिक आयोजनों हेतु आमंत्रित किया जाएगा, जो विभाग की ई-डायरेक्टरी में पंजीकृत होंगे।पंजीकरण संस्कृति विभाग की वेबसाइट पर कलाकार पंजीकरण लिंक के माध्यम से किया जा सकता है। इच्छुक कलाकार निर्धारित समयावधि में पंजीकरण कर आगामी ऑडिशन हेतु पात्रता अर्जित कर सकते हैं।