वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
जरूरतमंदों की सेवा में हमेशा तत्पर रहते है जादूगर सम्राट शंकर।
नई दिल्ली : जादू की दुनिया में एक प्रतिष्ठित नाम, विश्व प्रसिद्ध जादूगर सम्राट शंकर आज अपनी वैवाहिक जीवन की स्वर्ण जयंती मना रहे हैं। इस विशेष अवसर पर षडदर्शन साधुसमाज के संरक्षक महामंडलेश्वर 1008 स्वामी विद्या गिरि जी महाराज, श्रीमहंत बंशी पुरी जी महाराज, अध्यक्ष परमहंस ज्ञानेश्वर, उपाध्यक्ष महंत गुरुभगत सिंह, कोषाध्यक्ष महंत महेश मुनि, संगठन सचिव वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, सचिव महंत सुनील दास, महंत स्नेह साध्वी, महंत सर्वेश्वरी गिरि इत्यादि और देशभर से उनके प्रशंसक उन्हें दिल से बधाई और शुभकामनाएं भेज रहे हैं।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक ने बताया कि मंच पर अपने अद्भुत जादू और कला के ज़रिए उन्होंने लाखों दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया है। उन्होंने 30,000 से अधिक चैरिटी शो कर समाज की सेवा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके अलावा उन्होंने अनेक सामाजिक कार्यों में भाग लेकर ज़रूरतमंदों की मदद की है। जादूगर सम्राट शंकर न केवल मंच पर बल्कि असल ज़िंदगी में भी एक नायक हैं – जो हर समय लोगों की मदद के लिए तैयार रहते हैं।
उनके जीवन का सबसे ख़ास जादू है – उनका प्रेम, समर्पण और 50 वर्षों का साथ, जिसे उन्होंने अपनी जीवन संगिनी के साथ सच्चे मन से निभाया। उनका यह जीवन सफर हमें यह सिखाता है कि जादू केवल मंच तक सीमित नहीं, बल्कि सच्चे रिश्तों और सेवा-भाव में भी बसता है।
“इस पावन अवसर पर यही कामना है कि आपका साथ यूं ही बना रहे – हमेशा मुस्कुराते और खुशियों से भरे रहें।”