महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या, उत्तर प्रदेश: नामधारी सिख समुदाय ने अपने आराध्य श्री सतगुरु दलीप सिंह जी के हुक्म के अनुसार अयोध्या में बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ रामनवमी का पर्व मनाया। जत्थेदार तजिंदर सिंह नामधारी ने इस अवसर पर बताया कि सतगुरु दलीप सिंह जी की आज्ञानुसार हर वर्ष पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में नामधारी संगत रामनवमी का उत्सव बड़े ही उल्लास के साथ मनाती है।
इस वर्ष भी, लगभग 50 लोगों का एक जत्था चंडीगढ़ से जत्थेदार तजिंदर सिंह के नेतृत्व में अयोध्या पहुंचा। इस जत्थे में चुन्नी गाँव से बलविंदर सिंह सोनू, अमनदीप सिंह और प्रभजोत सिंह शामिल थे। उत्तर प्रदेश के मलक फार्म से बूटा सिंह, लाहौरा सिंह, अमरीक सिंह, गुरपाल सिंह और अन्य सदस्यों ने भी इस पवित्र उत्सव में भाग लिया।
नामधारी संगत ने भगवान राम की पावन जन्मभूमि पर पहुंचकर विशेष प्रार्थनाएं कीं और रामलला के दर्शन किए। जत्थेदार तजिंदर सिंह ने बताया कि अयोध्या आकर उन्हें और सभी सदस्यों को अत्यंत शांति और खुशी का अनुभव हुआ। उन्होंने कहा कि भगवान राम सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं और उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए।
जत्थे ने अयोध्या के विभिन्न मंदिरों और आश्रमों का भी दौरा किया और वहां के महंतों और संतों से आशीर्वाद प्राप्त किया। महंतों और संतों ने नामधारी संगत का प्रेमपूर्वक स्वागत किया और उन्हें रामनवमी की शुभकामनाएं दीं।
नामधारी सिखों द्वारा अयोध्या में रामनवमी का यह आयोजन सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे का एक सुंदर उदाहरण प्रस्तुत करता है। यह दर्शाता है कि विभिन्न धार्मिक समुदायों के लोग आपस में प्रेम और सद्भाव से रह सकते हैं और एक दूसरे के धार्मिक आयोजनों में शामिल हो सकते हैं। जत्थेदार तजिंदर सिंह ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन आपसी समझ और सम्मान को बढ़ावा देते हैं।