**इलेक्ट्रॉनिक विलेज पहल के तहत हर ब्लॉक में श्रमिकों को बचाया जाएगा**

 

भारतीय जनता पार्टी से संबद्ध संगठन के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी सुमित शुक्ला ने कहा कि संगठन का लक्ष्य अधिक से अधिक सम्मानित श्रमिकों को रोजगार प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत *इलेक्ट्रॉनिक विलेज* की स्थापना के लिए आज की बैठक आयोजित की गई । बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय महासचिव सर्वेश पाठक ने किया।

सुमित शुक्ला ने आगे बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष राजीव शेट्टी और राष्ट्रीय संरक्षक शैलेश भाई शुक्ला इस कार्यक्रम की प्रगति की वर्चुअल निगरानी कर रहे हैं। इस कार्यक्रम को संचालित करने की जिम्मेदारी राष्ट्रीय सचिव अंकित घई को दी गई है, जबकि आयोजन का समन्वय और संबंधित अधिकारियों से संपर्क बनाए रखने की जिम्मेदारी प्रबंध निदेशक श्रीमती संजू कुमारी को सौंपी गई है।

आज की बैठक का मुख्य उद्देश्य भारत सरकार के कौशल विकास विभाग के प्रमुख अधिकारियों और जापान के उद्योगपतियों के साथ भविष्य में चर्चा आयोजित करना है। इस योजना के तहत दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश सहित प्रमुख राज्यों में ब्लॉक-स्तरीय कार्यशालाओं और राज्य-स्तरीय विनिर्माण इकाइयों की स्थापना की जाएगी। इस पहल का उद्देश्य अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना है।

कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए एक समर्पित टीम का गठन किया गया है। इस टीम में प्रबंध निदेशक श्रीमती संजू कुमारी, राष्ट्रीय सचिव नवीन पांडे, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नौशाद कुरैशी, राष्ट्रीय सचिव योगेंद्र गंगवार और राम मनोहर पाठक, केंद्रीय प्रशासन समिति प्रभारी अंशुल श्रीवास्तव और राष्ट्रीय कर समिति सदस्य हिरेंद त्रिवेदी शामिल हैं। यह टीम विभिन्न राज्यों के साथ समन्वय स्थापित करेगी और इस पहल का विस्तार जर्मनी सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर तक करेगी, जिससे श्रमिकों को रोजगार के अवसर मिल सकें।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि राष्ट्रीय संरक्षक शैलेश भाई शुक्ला के मार्गदर्शन में, संगठन राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष राजीव शेट्टी और पूरी टीम के साथ मिलकर सामूहिक रूप से कार्य करेगा। राष्ट्रीय सचिव अंकित घई ने रोजगार समर्थन प्रयासों को बढ़ावा देने और एकता व सहयोग को प्रोत्साहित करने की प्रतिबद्धता दोहराई। संगठन हरसंभव प्रयास करेगा ताकि श्रमिकों और मजदूरों को जमीनी स्तर से आवश्यक सहायता प्राप्त हो सके।