सेवानिवृत्त कर्मचारियों के प्रति सरकार की मंशा ठीक नहीं, 15 जुलाई को कलेक्ट्रेट से उठेगी गूंज

आठवें वेतन आयोग के अध्यक्ष की घोषणा करें सरकार, पेंशनरी रूल में परिवर्तन स्वीकार नहीं

सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने तय की रणनीति, पेंशनरी रूल में परिवर्तन स्वीकार नहीं, समूचे भारत में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्श्न की तैयारी

बस्ती (दैनिक अनुराग लक्ष्य ) सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसियेशन उ.प्र. की जनपद शाखा बस्ती की बैठक प्रेस क्लब सभागार मे हुई। बैठक का संचालन जिला मंत्री उदय प्रताप पाल ने किया। बैठक में आठवें वेतन आयोग का मुद्दा छाया रहा। अध्यक्षता राधेश्याम त्रिपाठी ने किया। जिलाध्यक्ष नरेन्द्र बहादुर उपाध्याय ने कहा कि केन्द्र सरकार ने आठवें वेतन आयोग की घोषणा कर दिया है किन्तु अभी तक आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों की नियुक्ति नही की गई है।

उन्होने मांग किया कि इन पदों पर शीघ्र नियुक्ति की जाये। यह भी कहा कि केन्द्र सरकार ने 25 मार्च 2025 को लोकसभा में बिल लाकर पेंशनरी रूल में परिवर्तन करने का अधिकार प्राप्त कर लिया, तथा पेंशनरों को आठवें वेतन के लाभ से वंचित करने एवं महंगाई राहत को डी लिंक करने की मंशा को उजागर कर दिया। लेकिन सेवानिवृत्त कर्मचारी इसे लागू नही होने देंगे। सरकार के इस फैसले के विरूद्ध समूचे भारत में कलेक्ट्रेट पर विशाल धरना प्रदर्शन की रणनीति तैयार हो चुकी है। उ.प्र. के सभी जनपदों में कलेक्ट्रेट से कर्मचारियों की गूंज उठेंगी जो केन्द्र सरकार तक पहुचेंगी। जिलाध्यक्ष ने अपील किया कि इस धरने को सफल बनाने के लिये अधिकाधिक संख्या में शामिल होने का अनुरोध किया है।

उ.प्र. शिक्षक महासंघ के प्रान्तीय संयोजक सुरेश कुमार त्रिपाठी तथा अध्यक्ष डा. दिनेश चन्द्र शर्मा एवं राज्य कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार पाण्डेय ने भी धरना प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया है। सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसियेशन की बैठक में इं. रामचन्द्र शुक्ल, राधेश्याम तिवारी, डा. एल.के. पाण्डेय, रामकुमार पाल, इं. राधेश्याम त्रिपाठी, सतनाम सिंह, अरूण कुमार पाण्डेय, श्यामधर सोनी, रामसुरेश पाण्डेय, जयनाथ सिंह, चन्द्रभान पाण्डेय, रामनाथ, प्रेमशंकर लाल श्रीवास्तव, सुनील कुमार पाण्डेय, राधेश्याम तिवारी, केपी दूबे, अंगीरा प्रसाद, सुरेन्द्र उपाध्याय, मनोज श्रीवास्तव, शोभालाल यादव, छोटेलाल यादव, श्रीगोपाल त्रिपाठी, रामचेत सिंह, ब्रह्मानंद यादव, कमलापति पाण्डेय, रामचन्द्र शुक्ला, शिवगोविंद श्रीवास्तव, शारदा प्रसाद विश्वकर्मा आदि की उपस्थिति रही।