लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने महाकुम्भ-2025 की तैयारियों को लेकर गोमती होटल में मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि महाकुम्भ भारतीय आस्था के प्रतीक के रूप में आयोजित किया जाएगा और राज्य सरकार का प्रयास है कि जो भी श्रद्धालु महाकुम्भ में शामिल होकर लौटे, वे एक सुखद अनुभव लेकर जाएं। जयवीर सिंह ने कहा कि इस महाकुम्भ में लगभग 50 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है और इसके लिए श्रद्धालुओं के ठहरने, आवागमन और सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए वायु, जमीन और पानी से निगरानी की जाएगी। इसके अलावा, काशी, अयोध्या और प्रयागराज को जोड़ने वाले धार्मिक त्रिकोण का भ्रमण पैकेज के तहत श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध रहेगा।महाकुम्भ-2025 के दौरान 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज देशभर के कलाकारों का संगम भी बनेगा। श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए 43 दिन तक विभिन्न विधाओं के कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। इसमें पद्मश्री, पद्मविभूषण सहित ख्याति प्राप्त कलाकारों को आमंत्रित किया गया है।मंत्री ने कहा कि महाकुम्भ को भव्यता, दिव्यता और अलौकिकता के साथ प्रस्तुत किया जाएगा, ताकि श्रद्धालु यहां एक अद्वितीय अनुभव प्राप्त कर सकें। उन्होंने मीडिया और नागरिकों से अपील की कि वे महाकुम्भ-2025 की ब्रांडिंग और मार्केटिंग में सहयोग करें ताकि सनातन संस्कृति को ऊंचाई पर ले जाया जा सके।महाकुम्भ-2025 के आयोजकों में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मेश्राम ने बताया कि महाकुम्भ के दौरान श्रद्धालुओं के लिए अत्याधुनिक व्यवस्थाएं बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि घाटों की लंबाई को 8 किमी से बढ़ाकर 12 किमी किया गया है, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए 10,000 क्षमता वाला गंगा पंडाल भी बनाया गया है।इसके साथ ही पर्यटन निगम द्वारा श्रद्धालुओं के लिए टेंट सिटी स्थापित की गई है, और पिकअप-ड्रॉप की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। साथ ही, हेलीकॉप्टर की ज्वायराइड का भी आयोजन किया जाएगा, जिसके लिए प्रति व्यक्ति 3,000 रुपये किराया निर्धारित किया गया है।इस अवसर पर विशेष सचिव पर्यटन श्री ईशा प्रिया, विशेष सचिव संस्कृति श्री रवींद्र कुमार और अन्य पर्यटन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।