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– पिछले चार साल से आजीवन कारावास की काट रहा था सजा
– कत्ल के आरोप में दोषसिद्ध होने पर फास्ट ट्रैक कोर्ट से मिली थी सजा
बस्ती। जिला जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बुजुर्ग बंदी की इलाज के दौरान शुक्रवार की सुबह मौत हो गई। सजायाफ्ता कैदी वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के पचानू गांव निवासी 72 वर्षीय दिग्विजय उर्फ दिग्गी पिछले चार साल से कारागार में उम्र कैद की सजा काट रहा था। दिग्गी को अपर सत्र न्यायाधीश त्वरित कोर्ट नं.दो की ओर आजीवन कारावास व बीस हजार रूपए अर्थदंड की सजा सुनाई गई थी तभी से वह जिला जेल में निरूद्ध रहे। प्रभारी जेलर बाबूराम यादव के मुताबिक शुक्रवार की सुबह उसकी तबीयत खराब हुई तो कैदी को सुबह तकरीबन 8.55 पर जेल गार्ड के द्वारा इलाज के लिए जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया। जहां पर चिकित्सा के दौरान 9.40 पर डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया । उन्होंने बताया कि मृतक कैदी को सांस लेने में दिक्कत होने के बाद उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसने अंतिम सांस ली। जेल सुप्रिंटेंडेंट विवेकशील त्रिपाठी ने बताया कि बुजुर्ग कैदी दिग्गी को एचटीएन विद काड एंड फिजिकैट्रिक कोरेनरी इलनेस व हाईपर टेंशन की बीमारी थी। उसका इलाज बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर से लंबे समय से चल रहा था। कैदी के मौत की सूचना उनके परिवारजनों को दे दी गई है। डीएम के निर्देश पर सीएमओ की ओर से तीन डाक्टरों के गठित पैनल से वीडिओग्राफी के बीच कैदी के शव का अन्त्य परीक्षण करा कर डेडबाडी उनके परिजनों का सौप दी गई । सजायाप्ता कैदी के मौत की खबर से मानवाधिकार आयोग, जेल मुख्यालय, उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
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