दुबौलिया पुलिस पर थाने मे युवक की पिटाई का आरोप, थाना परिसर में धरने पर बैठे ग्रामीण

 

बस्ती। दुबौलिया थाना क्षेत्र के रानीपुर दुर्वासा गांव निवासी एक युवक की पिटाई करने के मामले को लेकर ग्रामीणों ने थाना परिसर में धरना दिया। ग्रामीणों के थाना परिसर में ही धरने पर बैठ जाने से पुलिस सकते में आ गई। किसी तरह समझा बुझाकर पुलिस ने धरना समाप्त कराया।
बताया जाता है कि 15 अक्टूबर की रात करीब 9 बजे रानीपुर दुर्वासा गांव निवासी रामकेस चौधरी अपनी सब्ज़ी की दुकान बंद कर साइकिल से घर जा रहे थे। खुशहाल गंज पंचायत भवन के पास तीन अज्ञात लोगों ने उसे मारपीट कर घायल कर दिया। पीड़ित ने एक नामजद व दो अज्ञात के विरुद्ध थाने पर तहरीर दिया। पुलिस द्वारा जांच कर कार्रवाई करने की बात कही गई, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। 17 अक्टूबर को पीड़ित का बेटा दुबौलिया थाने पर पहुंचा, प्रभारी निरीक्षक संध्या रानी तिवारी द्वारा मामले की जानकारी लेते समय विडियो रिकार्डिंग करने लगा। आरोप है कि वीडियो रिकार्डिंग करने के कारण कुछ पुलिस कर्मियों ने मोबाइल छीनकर न केवल वीडियो डिलीट कर दिया बल्कि उसकी पिटाई भी कर दी । इस बात की जानकारी ग्रामीणों को मिली तो वे आक्रोशित हो गए। रानीपुर दुर्वासा गांव निवासी भाजपा के वरिष्ठ नेता दिनेश पांडेय के नेतृत्व में सुनील सिंह, लल्लू सिंह, सत्यदेव सिंह अवधेश सिंह, हरिओम पांडेय सहित करीब 50 से अधिक ग्रामीण थाना परिसर में दिन में 10 बजे से धरने पर बैठ गये। थाना परिसर में धरने पर बैठते ही पुलिस कर्मियों के हाथ पांव फूल गए। आनन फानन में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर घायल को मेडिकल के लिए सीएचसी भेजा। मुकदमा दर्ज होने, मेडिकोलीगल होने के बाद करीब दो बजे धरना समाप्त हुआ।
प्रभारी निरीक्षक संध्या रानी तिवारी ने बताया कि पीड़ित ने तहरीर दिया था। जांच पड़ताल के बाद मुकदमा दर्ज करने के लिए बुलाया गया था। लेकिन खुद न आ कर उसने अपने बेटे को भेज दिया, जो थाने पर आकर पुलिस कर्मियों से दुर्व्यवहार करने लगा और वीडीओ बनाने लगा था। मामले में मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझा बुझाकर कर धरना समाप्त करा कर उन्हे भेज दिया गया है।