अम्मा मैं छोटी से बड़ी क्यू हो गई
तेरी गुड़िया तुझसे दूर क्यू हो गई।
तेरे उस आंचल की बहुत याद आती हैं
जिसमे सुला तू मेरे डर को भगाती थी।
मेरी हंसती हुई जिंदगी इतनी बेदर्द क्यू हो गई
अम्मा तेरी लाडो इतनी बड़ी क्यू हो गई।
तेरी प्यारी सी वो थपकी याद आती है
तेरे गोद का बिछौना बड़ा याद आता है।
दो पल का सुकून था बचपन जो ना जानें कहाँ चली गईं।
अम्मा मैं इतनी बड़ी क्यू हो गई।
वो तेरा प्यार से पुचकारना याद आता है
दिल कहता है तुझे पकड़ खूब रोऊ पर झिझक सताता है।
जब देखा तूने रोते हुए तेरी बेटू आँख मे कुछ गया ये झूठ बोल गई, मम्मा तुम्हारी बेटू इतनी बेबस क्यू हो गई।
Mandavi Dwivedi (Betu)