46 डिग्री टेम्परेचर में भी नहीं बदले इरादे, राजाभैया के पिता उदय सिंह रेल यात्रियों की कर रह
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प्रतापगढ़। राजनीति से दूर राजाभैया के पिता महाराज उदय सिंह मानवता के प्रतिमूर्ति हैं। गरीबों व पेरशान सुदा लोगों की सेवा उनकी शौक है। तभी तो आसमान से बरस रही आग ने 92 साल की अवस्था में उनके हौसले को डिगा नहीं पा रही है। पिछले कई वर्षों से हर मौसम में राजा उदय सिंह दोपहर बाद कुण्डा हरनामगंज रेलवे स्टेशन पर अपने समर्थकों के साथ पहंुच जाते हैं। वहॉ वह एक साधारण सी कुर्सी लगाकर स्टेशन पर बैठ जाते हैं। पहले से तैयार कराए जलपान यात्रियों को कराते हैं। स्टेशन पर गाड़ी रूकते ही दर्जनों की संख्या में उनके समर्थक गुल्लइया, लाई, चना, पोहा, तिल्ली गुड़ आदि लेकर यात्रियों को देते हैं। साथ ही पानी की बोतलें भी यात्रियों को मुहैया कराते हैं। राजा उदय सिंह स्वं बैठकर समर्थकों व सेवकों को मानीटरिंग करते रहते हैं। यह सिलसिला उनका देर शाम तक चलता रहता है। खास बात है कि आसमान से बरस रही आग में उनका यह क्रम जारी है। जहॉ 46 डिग्री टेम्परेचर में लोग घरों में दुबके हैं। वहीं वह रेल यात्रियों की सेवा में लगे हैं। रेल यात्रियों को भी पता रहता है कि कुण्डा रेलवे स्टेशन पर बडे़ महाराज द्वारा गाड़ी रूकते ही जलपान कराया जाएगा। गाड़ी के कुण्डा पहुंचने का यात्रियों को भी इंतिजार रहता है। बताया जाता है कि अमूमन वह राजनीति व लोगों से मेल मुलाकात से दूर रहते हैं। जिले के लोग उन्हें बड़ी सम्मान के नजरों से देखते हैं। राजा उदय सिंह के बारे में बताया जाता है कि वह अपने इरादों के पक्के हैं। एक बार जो निर्णय ले लेते हैं उस पर वह अमल भी करते हैं। राजा उदय सिंह के इस नेक कामों की इलाके में चर्चा बनी रहती है।