वायु प्रदूषण और हीट वेव के प्रति जागरूकता से ही बचेगा जीवन डॉ. हर्षल साल्वे

 

एम्स दिल्ली और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किया सीएचसी रुदौली का निरीक्षण, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की सराहना

महेन्द्र कुमार उपाध्याय
रुदौली, अयोध्या। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) रुदौली में मंगलवार को “साफ सांस – Clean Air for Gen Next” अभियान के अंतर्गत एम्स दिल्ली और प्रादेशिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम ने भ्रमण किया। इस दौरान टीम ने बढ़ते वायु प्रदूषण, हीट वेव (लू) और कोल्ड वेव (शीत लहर) से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों पर विस्तार से चर्चा की और अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया।
विशेषज्ञों ने दिए बचाव के मंत्र
एम्स दिल्ली के एडिशनल प्रोफेसर डॉ. हर्षल रमेश साल्वे ने कहा कि बदलता मौसम और वायु प्रदूषण आने वाली पीढ़ी के लिए बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि समय पर लक्षणों की पहचान और बचाव की जानकारी साझा करके कई अनमोल जिंदगियां बचाई जा सकती हैं। टीम ने आई.एच.आई.पी. (IHIP) पोर्टल पर बीमारियों की गुणवत्तापूर्ण रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि स्वास्थ्य सेवाओं को और प्रभावी बनाया जा सके।
रुदौली सीएचसी की सेवाओं को सराहा निरीक्षण के दौरान डॉ. साल्वे ने सीएचसी रुदौली में दी जा रही सिजेरियन (एलएससीएस) प्रसव सुविधाओं, अस्पताल के रखरखाव और स्वच्छता की उच्च गुणवत्ता की विशेष रूप से सराहना की। उन्होंने अधीक्षक डॉ. फातिमा हासन के नेतृत्व में किए जा रहे कार्यों को एक मॉडल के रूप में सराहा।
भ्रमण में ये रहे शामिल इस महत्वपूर्ण चर्चा और निरीक्षण के दौरान डॉ. अंकुश शुक्ला (पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट, स्वास्थ्य भवन लखनऊ), डॉ. अरविंद श्रीवास्तव (जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट, अयोध्या) और अमित ओझा (स्टेट कोऑर्डिनेटर) मुख्य रूप से उपस्थित रहे। सीएचसी अधीक्षक डॉ. फातिमा हासन ने अतिथियों का स्वागत किया और आश्वस्त किया कि जन-जागरूकता के माध्यम से क्षेत्र के लोगों को पर्यावरण जनित बीमारियों से बचाने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे। “साफ सांस – Clean Air for Gen Next”प्रदूषण, हीट वेव और शीत लहर से बचाव व बेहतर रिपोर्टिंग। रुदौली सीएचसी में स्वच्छता और सिजेरियन ऑपरेशन की बेहतर सुविधाओं की टीम ने की तारीफ।