अलीगढ़ योगी सरकार के दिव्यांगजन सशक्तीकरण के संकल्प को साकार करते हुए अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम, अलीगढ़ में तीन दिवसीय राज्य स्तरीय दिव्य खेल महोत्सव-2025 का भव्य शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस अवसर पर दिव्यांग खिलाड़ियों में जबरदस्त उत्साह और आत्मविश्वास देखने को मिला।उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए नरेन्द्र कश्यप ने कहा कि खेल दिव्यांगजनों के आत्मविश्वास, आत्मसम्मान और सामाजिक समावेशन का सबसे प्रभावी माध्यम हैं। दिव्य खेल महोत्सव केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि दिव्यांगजनों की प्रतिभा, संकल्प और आत्मनिर्भरता का उत्सव है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाज में सकारात्मक सोच को मजबूत करते हैं और यह संदेश देते हैं कि दिव्यांगजन किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं।मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार ने दिव्यांगजनों के सशक्तीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। सरकार की स्पष्ट मंशा है कि दिव्यांगजन शिक्षा, खेल, रोजगार और सामाजिक जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ें और आत्मनिर्भर बनें। इसी सोच के तहत नीतियों और योजनाओं को लगातार मजबूत किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 से पहले दिव्यांग पेंशन मात्र 300 रुपये प्रतिमाह थी, जिसे योगी सरकार ने बढ़ाकर 1000 रुपये प्रतिमाह कर दिया है। वर्तमान में प्रदेश के 11.50 लाख से अधिक दिव्यांगजन इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। सरकार भविष्य में पेंशन राशि को और बढ़ाने के लिए भी प्रयासरत है। इसके साथ ही दिव्यांग दंपत्ति विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत 35 हजार रुपये की सहायता, दुकान निर्माण के लिए 20 हजार रुपये और दुकान संचालन हेतु 10 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है।स्वास्थ्य और पुनर्वास के क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए मंत्री ने कहा कि दिव्यांगजनों के लिए कॉक्लियर इम्प्लांट पर 6 लाख रुपये तक का खर्च सरकार वहन कर रही है। इसके अलावा निःशुल्क सर्जरी, कृत्रिम अंग और सहायक उपकरण भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं, ताकि दिव्यांगजन बेहतर और सम्मानजनक जीवन जी सकें।
शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि विशेष विद्यालयों, केयर सेंटरों, विश्वविद्यालयों और नवाचार आधारित योजनाओं के माध्यम से दिव्यांग विद्यार्थियों को प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक समान अवसर दिए जा रहे हैं। सरकार का लक्ष्य है कि दिव्यांगजन आर्थिक, सामाजिक और शारीरिक रूप से सशक्त बनकर सामान्य से भी बेहतर जीवन जिएं।खेलों के महत्व पर बोलते हुए नरेन्द्र कश्यप ने कहा कि भारतीय दिव्यांग खिलाड़ियों ने पैरालंपिक जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर देश का गौरव बढ़ाया है। पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन ने यह सिद्ध कर दिया है कि दिव्यांगजन किसी से कम नहीं हैं। देवेंद्र झाझरिया जैसे खिलाड़ी दिव्यांग युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं और यह आयोजन ऐसे ही नए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को आगे लाने का माध्यम बनेगा।उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘विकलांग’ शब्द के स्थान पर ‘दिव्यांग’ शब्द देकर समाज की सोच बदलने का कार्य किया है। दिव्यांगजन असाधारण क्षमताओं के धनी हैं और राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम के समापन पर नरेन्द्र कश्यप ने सभी दिव्यांग खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए विश्वास जताया कि राज्य स्तरीय दिव्य खेल महोत्सव-2025 से उभरने वाली प्रतिभाएं भविष्य में प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगी तथा दिव्यांग सशक्तीकरण की दिशा में यह आयोजन एक मजबूत मील का पत्थर साबित होगा।
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