लखनऊ में परिवहन और लॉजिस्टिक्स क्षमता पर कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन, 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य पर चर्चा

लखनऊ उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दयाशंकर सिंह ने आज लखनऊ के अंसल स्थित सेंट्रम होटल में आयोजित “उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स क्षमता को अनलॉक करना” विषयक कॉन्फ्रेंस का दीप प्रज्ज्वलन कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में 2047 तक विकसित भारत का सपना अवश्य साकार होगा। इस दिशा में परिवहन विभाग अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए पूरी तरह तैयार है।राज्यमंत्री ने बताया कि परिवहन निगम ने अपने बेड़े में आमूलचूल परिवर्तन किया है और विभाग की कार्यप्रणाली को अधिक प्रभावशाली बनाने पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज इस मंच पर पीडब्ल्यूडी, रेलवे, सिविल एविएशन, ट्रैफिक सहित परिवहन से जुड़े सभी प्रमुख स्टेकहोल्डर विभाग एक साथ महत्वपूर्ण परिचर्चा कर रहे हैं। इसमें 2047 में परिवहन के स्वरूप, सड़क नेटवर्क, और भारत के विकास में उत्तर प्रदेश के योगदान पर गहन चर्चा हो रही है।उन्होंने बताया कि परिवहन निगम द्वारा एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं के साथ बस अड्डों का पीपीपी मॉडल पर विकास किया जा रहा है, जिसमें यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इन स्टेशनों पर होटल, दुकान, माल सुविधाओं का प्रावधान किया जाएगा। इसके साथ ही परिवहन सेवाओं को बेहतर बनाकर लोगों को उच्च स्तर की कनेक्टिविटी देने पर जोर दिया जा रहा है।कॉन्फ्रेंस में यह भी चर्चा हुई कि एयरपोर्ट, रेलवे और रोडवेज सेवाएं आपस में पूरी तरह लिंक हों और ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे। जहाँ भी कमियां हैं, उन्हें दूर करते हुए 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने में परिवहन विभाग की भूमिका निर्णायक होगी।इस कार्यक्रम में विभागीय अधिकारी, विशेषज्ञ और उद्योग प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिन्होंने लॉजिस्टिक्स और कनेक्टिविटी सुधार के विभिन्न पहलुओं पर अपने सुझाव और अनुभव साझा किए।

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