कुरुक्षेत्र, संजीव कुमारी 20 नवंबर : आज श्री पंचायती उदासीन बड़ा अखाड़ा कुरुक्षेत्र के पीठाधीश्वर पूज्य महंत महेश मुनि जी महाराज का पावन जन्मदिवस धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया।
सुबह से ही संतों, साधु-महात्माओं और गणमान्यजनों का तांता लगा रहा। संत महामंडल की संरक्षक महामंडलेश्वर 1008 स्वामी विद्यागिरि जी महाराज ने सबसे पहले आशीर्वाद देते हुए कहा, “महेश मुनि जी सच्चे अर्थों में उदासीन परम्परा के जीवंत प्रतीक हैं। उनका प्रसन्न मुख और करुणा से भरा हृदय हर किसी को अपना बना लेता है।”
षडदर्शन साधुसमाज के संरक्षक श्री महंत बंशी पुरी जी महाराज, उपाध्यक्ष महंत गुरुभगत सिंह जी, सचिव स्वामी लक्ष्मीनारायण पुरी, संगठन सचिव वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, महासचिव महंत ईश्वर दास जी, महंत सर्वेश्वरी गिरि जी सहित सैकड़ों महंत, महात्मा और साधु-संतों ने फूलमालाओं से स्वागत किया और दीर्घायु की कामना की।
हरियाणा सहित अनेक राज्यों के माननीय मंत्रियों, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों और समाज के प्रतिष्ठित जनों ने भी टेलीफोन, संदेश और व्यक्तिगत रूप से पहुँचकर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं।
महंत महेश मुनि जी महाराज अपने सरल, मिलनसार और सदा मुस्कुराते स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। दीन-दुखियों की सेवा, संत समाज की एकता और मानवता के कल्याण के लिए उनका हर पल समर्पित जीवन अनुकरणीय है। उनके सहज आशीर्वचन सुनकर हर आने वाला भक्त भाव-विभोर हो उठता है।
इस अवसर पर अखाड़े में भजन-कीर्तन, भंडारे और आशीर्वाद का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। संत समाज ने कामना की कि महेश मुनि जी महाराज यूँ ही संतों का मार्गदर्शन और मानवता की सेवा करते रहें।