महंत डॉ. जय रामदास के सान्निध्य में हजारों साधु-संतों ने ग्रहण किया महाप्रसाद
महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या। दीपावली के उपरांत चली आ रही प्राचीन अन्नकूट परंपरा को निभाते हुए अयोध्या धाम स्थित श्रीराम आश्रम में भव्य ‘छप्पन भोग’ महोत्सव का आयोजन किया गया। श्रीराम आश्रम के महंत डॉक्टर जय रामदास के संयोजन में आयोजित इस समारोह में भगवान को छप्पन प्रकार के व्यंजनों का भोग समर्पित कर महाआरती की गई। भोग के उपरांत विशाल भंडारे में हजारों की संख्या में साधु-संतों, महंतों और गृहस्थ श्रद्धालुओं ने श्रद्धापूर्वक प्रसाद ग्रहण किया।
श्रीराम आश्रम के प्राचीन मंदिर में हुए इस धार्मिक कार्यक्रम में दूर-दराज से पधारे संत-महंतों ने हिस्सा लिया। महंत डॉ. जय रामदास ने बताया कि अन्नकूट की यह परंपरा बहुत प्राचीन है, जो दीपावली के अगले दिन या उसके आसपास मनाई जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य प्रभु को छप्पन भोग लगाकर प्रसाद वितरण करना है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन संतों, महंतों और भक्तों के बीच आपसी सद्भाव और प्रभु के प्रति गहरी श्रद्धा को बढ़ाता है। भगवान का भोग लगने के बाद, आश्रम परिसर में एक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इस भंडारे में हजारों साधु-संतों, महंतों और आम भक्तों ने पंगत में बैठकर महाप्रसाद ग्रहण किया। पूरा आश्रम परिसर इस दौरान धार्मिक जयकारों और भक्तिमय भजनों से गूंज उठा। अन्नकूट के इस भव्य आयोजन ने रामनगरी अयोध्या की सदियों पुरानी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को एक बार फिर जीवंत और दर्शनीय बना दिया।