महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या । रामनगरी अयोध्या में आयोजित होने वाली नित्य रामकोट परिक्रमा में आज का दिन बेहद खास रहा। इस परिक्रमा में तीर्थ पुरोहित समाज के 51 पुरोहितों ने अपने पदाधिकारियों के साथ सामूहिक रूप से हिस्सा लिया। इस दौरान श्रद्धा, भक्ति और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला, जिसने पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया। यह विशेष परिक्रमा अयोध्या तीर्थ पुरोहित धर्मार्थ सेवा ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश महाराज, तीर्थ पुरोहित समाज सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष दुर्गेश महाराज और लड्डू गोपाल सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रदीप महाराज के नेतृत्व में पूरी हुई। परिक्रमा में शामिल होने वालों में शुभम पांडे, सुनील पांडे, शेरा पांडे, कर्मराज पांडे, अमित पांडे और रंजीत पांडे जैसे कई पुरोहित उपस्थित थे। समाज की इस सामूहिक भागीदारी ने इस धार्मिक आयोजन की भव्यता को और भी बढ़ा दिया। इस अवसर पर साधु-संतों की उपस्थिति ने परिक्रमा को एक विशेष गरिमा प्रदान की। हनुमानगढ़ी के नागा साधु, निर्मोही अखाड़ा के महानिदेशक, हनुमानगढ़ी के पुजारी रमेश दास, कटरा कुटी के महंत और धर्म जागरण प्रमुख आर.पी. पांडे भी इस परिक्रमा में शामिल हुए। उनकी मौजूदगी से श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखने को मिला। पूरे रास्ते पर श्रद्धालु भजन-कीर्तन करते हुए चले, जिससे भक्ति का माहौल और भी गहरा हो गया। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि अयोध्या की आध्यात्मिक परंपरा केवल आस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक विरासत है जिसे आने वाली पीढ़ियां भी सहेज रही हैं। राम भक्तों के लिए नित्य रामकोट परिक्रमा का विशेष महत्व है, क्योंकि ऐसी मान्यता है कि इसमें भाग लेने से भक्तों को आध्यात्मिक शांति और पुण्य की प्राप्ति होती है। आज तीर्थ पुरोहित समाज और संतों की सामूहिक भागीदारी ने इस परिक्रमा को और भी ऐतिहासिक बना दिया।