बस्ती। गुरूवार को समाजवादी पार्टी प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर पार्टी जिलाध्यक्ष एवं सदर विधायक महेन्द्रनाथ यादव के नेतृत्व में पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं ने बस्ती को सूखा ग्रस्त घोषित करने की मांग के साथ ही 13 सूत्रीय मांगों को लेकर मण्डलायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। मांग किया कि व्यापक जनहित में समस्याओं का शीघ्र निस्तारण कराया जाय।
सपा नेता न्याय मार्ग पर एकत्र हुये और हाथों में मांगों की तख्तिया लिये सरकार विरोधी नारे लगाते हुये मण्डलायुक्त कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपा। सपा जिलाध्यक्ष एवं सदर विधायक महेन्द्रनाथ यादव ने मण्डलायुक्त को समस्याओं से अवगत कराया। कहा कि बरसात न होने के कारण धान की फसल चौपट हो जाने के कगार पर है, किसान परेशान हैं किन्तु अभी तक जनपद को सूखा ग्रस्त घोषित नहीं किया गया है। लगातार बिजली कटौती के कारण समस्या और बढ गई है।
राज्यपाल को भेजे 13 सूत्रीय ज्ञापन में बस्ती को सूखाग्रस्त घोषित करने, बिजली की कटौती पर रोक लगाने, सूखे की स्थिति के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में अतिरिक्त बिजली की आपूर्ति किये जाने, जनपद के जर्जर सड़कों की मरम्मत कराये जाने, किसानों की फसलों को आवारा पशुओं से बचाने, बिजलेंस टीम एवं अन्य कर्मचारियों द्वारा बिजली चेकिंग के नाम पर धन उगाही बंद किये जाने, जनपद में बढ़ रह गम्भीर अपराधों पर मुकदमे दर्ज नहीं किए जाये रहे हैं बल्कि उसको बड़े पैमाने पर धन उगाही करके धारा 151 के तहत निस्तारण करने का प्रयास किया जाता है. इसको बंद कराने, जनपद के सभी तहसीलों पर धारा-151 के तहत लोगों को जेल भेज दिया जाता है तथा फिर पैसा लेकर जमानत दिया जाता है, इसको बंद कराने एवं जनपद के सभी थानों पर गरीबों का एफआईआर दर्ज किये जाने, स्वीकृति के लिए मुख्यालय के नाम पर प्रधानों से की जा रही धन उगाही को बंद किये जाने, जिले के सभी नगर पंचायतों एवं नगर पालिका परिषद बस्ती में मुख्यालय के नाम पर की जा रही धन उगाही को बंद कराये जाने, विकास भवन बस्ती एवं जनपद की सभी तहसीलों में व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म किये जाने, महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध को रोके जाने। जनपद में चोरी एवं डकैती की बढ़ती घटनाओं को रोके जाने, व्यापारियों, मजदूरों , छात्रों पर हो रहे उत्पीड़न को रोके जाने आदि की माग शामिल है।
मण्डलायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजने वालों में सपा विधायक राजेन्द्र चौधरी, कविन्द्र चौधरी ’अतुल’, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि अंकुर वर्मा, नगर पंचायत कप्तानगंज अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश चौधरी, रूधौली नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद, निजामुद्दीन, जावेद पिण्डारी, रविन्द्र यादव, अरविन्द सोनकर, भोला पाण्डेय, स्वालेह, महेश तिवारी, विधानसभाध्यक्ष रन बहादुर, मोहम्मद उमर, मो. सलीम, राजेन्द्र चौधरी, युनुस आलम, शैलेन्द्र दूबे, पंकज निषाद, प्रशान्त यादव, रहमान सिद्दीकी, हनुमान प्रसाद गौड़, सुरेन्द्र सिंह ‘छोटे’ राजेन्द्र चौरसिया, अनवर जमाल, राहुल सोनकर, हदयराम, हनुमान चौधरी, सुशील यादव, वीरेन्द्र कुमार यादव, रामचन्दर यादव, अवधेश मौर्य, तूफानी, भोलू अंसरी, घनश्याम यादव, गीता भारती, इन्द्रावती शुक्ला, प्रमोद यादव, देवनाथ यादव, अजीत सिंह, मो. अहमद ‘सज्जू’ रजवन्त यादव, राजेन्द्र यादव, गुलाम गौस, गौरीशंकर यादव, राम सनेही, रिन्टू यादव, विवेक शुक्ल, सर्वेश यादव, गौतम यादव के साथ ही पार्टी के अनेक पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल रहे।
सपा नेता न्याय मार्ग पर एकत्र हुये और हाथों में मांगों की तख्तिया लिये सरकार विरोधी नारे लगाते हुये मण्डलायुक्त कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपा। सपा जिलाध्यक्ष एवं सदर विधायक महेन्द्रनाथ यादव ने मण्डलायुक्त को समस्याओं से अवगत कराया। कहा कि बरसात न होने के कारण धान की फसल चौपट हो जाने के कगार पर है, किसान परेशान हैं किन्तु अभी तक जनपद को सूखा ग्रस्त घोषित नहीं किया गया है। लगातार बिजली कटौती के कारण समस्या और बढ गई है।
राज्यपाल को भेजे 13 सूत्रीय ज्ञापन में बस्ती को सूखाग्रस्त घोषित करने, बिजली की कटौती पर रोक लगाने, सूखे की स्थिति के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में अतिरिक्त बिजली की आपूर्ति किये जाने, जनपद के जर्जर सड़कों की मरम्मत कराये जाने, किसानों की फसलों को आवारा पशुओं से बचाने, बिजलेंस टीम एवं अन्य कर्मचारियों द्वारा बिजली चेकिंग के नाम पर धन उगाही बंद किये जाने, जनपद में बढ़ रह गम्भीर अपराधों पर मुकदमे दर्ज नहीं किए जाये रहे हैं बल्कि उसको बड़े पैमाने पर धन उगाही करके धारा 151 के तहत निस्तारण करने का प्रयास किया जाता है. इसको बंद कराने, जनपद के सभी तहसीलों पर धारा-151 के तहत लोगों को जेल भेज दिया जाता है तथा फिर पैसा लेकर जमानत दिया जाता है, इसको बंद कराने एवं जनपद के सभी थानों पर गरीबों का एफआईआर दर्ज किये जाने, स्वीकृति के लिए मुख्यालय के नाम पर प्रधानों से की जा रही धन उगाही को बंद किये जाने, जिले के सभी नगर पंचायतों एवं नगर पालिका परिषद बस्ती में मुख्यालय के नाम पर की जा रही धन उगाही को बंद कराये जाने, विकास भवन बस्ती एवं जनपद की सभी तहसीलों में व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म किये जाने, महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध को रोके जाने। जनपद में चोरी एवं डकैती की बढ़ती घटनाओं को रोके जाने, व्यापारियों, मजदूरों , छात्रों पर हो रहे उत्पीड़न को रोके जाने आदि की माग शामिल है।
मण्डलायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजने वालों में सपा विधायक राजेन्द्र चौधरी, कविन्द्र चौधरी ’अतुल’, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि अंकुर वर्मा, नगर पंचायत कप्तानगंज अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश चौधरी, रूधौली नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद, निजामुद्दीन, जावेद पिण्डारी, रविन्द्र यादव, अरविन्द सोनकर, भोला पाण्डेय, स्वालेह, महेश तिवारी, विधानसभाध्यक्ष रन बहादुर, मोहम्मद उमर, मो. सलीम, राजेन्द्र चौधरी, युनुस आलम, शैलेन्द्र दूबे, पंकज निषाद, प्रशान्त यादव, रहमान सिद्दीकी, हनुमान प्रसाद गौड़, सुरेन्द्र सिंह ‘छोटे’ राजेन्द्र चौरसिया, अनवर जमाल, राहुल सोनकर, हदयराम, हनुमान चौधरी, सुशील यादव, वीरेन्द्र कुमार यादव, रामचन्दर यादव, अवधेश मौर्य, तूफानी, भोलू अंसरी, घनश्याम यादव, गीता भारती, इन्द्रावती शुक्ला, प्रमोद यादव, देवनाथ यादव, अजीत सिंह, मो. अहमद ‘सज्जू’ रजवन्त यादव, राजेन्द्र यादव, गुलाम गौस, गौरीशंकर यादव, राम सनेही, रिन्टू यादव, विवेक शुक्ल, सर्वेश यादव, गौतम यादव के साथ ही पार्टी के अनेक पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल रहे।