लखनऊ। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में लखनऊ नगर निगम ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए देशभर में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। इस गौरवपूर्ण सफलता पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में लखनऊ नगर निगम को सम्मानित किया। पुरस्कार ग्रहण करने के बाद महापौर सुषमा खर्कवाल जब लखनऊ पहुंचीं, तो उनका जगह-जगह जोरदार स्वागत किया गया।
महापौर के आगमन पर सबसे पहले लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे स्थित टोल प्लाजा पर भारतीय जनता पार्टी और भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक स्वागत किया। कार्यकर्ताओं ने जोशीले नारों, पुष्पवर्षा और फूल मालाओं से महापौर का अभिनंदन किया। महापौर के साथ पहुंचे पार्षदों का भी इस दौरान स्वागत किया गया।इसके बाद मोहन रोड क्षेत्र के जोन-6 में ज़ोनल अधिकारी मनोज यादव के नेतृत्व में नगर निगम कर्मचारियों और स्थानीय नागरिकों द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस मौके पर महापौर का मिठाई खिलाकर और पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। पार्षदगणों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भव्य बना दिया।जोन-5 के अवध चौराहे पर सीएमएस स्कूल के निकट ज़ोनल अधिकारी नंदकिशोर की अगुवाई में नगर निगम अधिकारियों, कर्मचारियों और पार्षदों ने महापौर का पुष्पगुच्छ देकर अभिनंदन किया। इसके साथ ही स्वच्छता का संदेश देने के लिए आयोजन में जागरूकता की झलक भी देखने को मिली।नहरिया चौराहे पर पर्यावरण अभियंता धर्मेंद्र प्रधान की देखरेख में लखनऊ स्वच्छता अभियान (एलएसए) की टीम द्वारा एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मानव श्रृंखला बनाकर स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाया गया। इस श्रृंखला में पार्षदों की सक्रिय भागीदारी रही।इसके बाद जोन-8 में ज़ोनल अधिकारी अजीत राय के नेतृत्व में लायन एनवायरो लखनऊ प्रा. लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर रणधीर सिंह, डायरेक्टर प्रशांत सिंह, प्रोजेक्ट हेड दिलीप यादव, प्रोजेक्ट मैनेजर अजय यादव सहित एलएसजी के कर्मचारियों ने महापौर का स्वागत किया। इस आयोजन में भी मानव श्रृंखला बनाकर स्वच्छता के लिए जनसमर्थन का प्रदर्शन किया गया।समारोह की अंतिम कड़ी में नगर निगम मुख्यालय में महापौर सुषमा खर्कवाल का नगर निगम परिवार द्वारा भव्य स्वागत किया गया। स्वागत समारोह में अपर नगर आयुक्त नम्रता सिंह, अरुण कुमार गुप्त, सीटीएओ अशोक सिंह, विनय कुमार राय, जोन-2 की ज़ोनल अधिकारी शिल्पा कुमारी, निगम कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी, बड़ी संख्या में कर्मचारी, नागरिक और मीडिया प्रतिनिधि मौजूद रहे।यह ऐतिहासिक सम्मान न केवल लखनऊ नगर निगम की प्रतिबद्धता का परिणाम है, बल्कि शहरवासियों की सहभागिता और स्वच्छता के प्रति उनकी जागरूकता का भी प्रतीक है। इस उपलब्धि ने लखनऊ को स्वच्छ भारत अभियान के मानचित्र पर एक नई ऊंचाई दी है।