विद्यालय पेयरिंग आदेश के विरोध में बीएसए कार्यालय पर गरजे शिक्षक
बस्ती ( दैनिक अनुराग लक्ष्य ) उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर मंगलवार को परिषदीय स्कूलों के पेयरिंग के विरोध में बड़ी संख्या में शिक्षकों ने संघ के जिलाध्यक्ष चन्द्रिका सिंह के नेतृत्व में बीएसए कार्यालय पर धरना दिया। इसके बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
जिलाध्यक्ष चन्द्रिका सिंह ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार के विद्यालय पेयरिंग वाले तानाशाही फैसले के खिलाफ पूरे प्रदेश के शिक्षक आक्रोशित हैं। कहा कि यदि विद्यालय बंद कर दिए जाएंगे तो गरीब और पिछड़े क्षेत्रों के बच्चों को जरूरी शिक्षा से वंचित होना पड़ेगा। यदि सरकार इस निर्णय को तत्काल वापस नहीं लेगी तो प्रदेश व्यापी आन्दोलन किया जाएगा। जिलामंत्री बालकृष्ण ओझा और जिला कोषाध्यक्ष दुर्गेश यादव ने कहा कि यदि गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों को विभाग के अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त न होता यह स्थिति उत्पन्न न होती। कहा कि जिन स्कूलों को छोटा कहकर बंद किया जा रहा है, वे ही गांवों के बच्चों के लिए आत्मविश्वास, सामुदायिक जुड़ाव और जीवन की बुनियादी पहचान हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों पर इसका गहरा प्रभाव पडेगा। इसलिए सरकार को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करके इसे वापस लेना चाहिए। धरने को अनिल पाठक, मुरलीधर वर्मा, सनद पटेल, सत्य प्रकाश, दिनेश सिंह, अशोक यादव, शिव रतन, अटल बिहारी, हरेंद्र यादव, राम भवन, विजय, अविनाश दूबे, सविता, वन्दना त्रिपाठी, विवेक कान्त पाण्डेय, प्रवीण श्रीवास्तव, सुधीर तिवारी, शिव प्रकाश सिंह, चंद्रभूषण, राजेश गिरी, मधुकर जी, राम पियारे, राम सागर वर्मा, राजकुमार तिवारी, सुरेश गौंड, बब्बन पाण्डेय, मुक्तेश्वर यादव, विकास भट्ट, संतोष, हरिओम, शशिकांत आदि ने संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि सरकार पर कहावत सही लागू होती है की जरूरी नहीं है कि एकलव्य का अंगूठा ही काटा जाय, शिक्षा को महंगा करके भी तो एकलव्य को शिक्षा से वंचित किया जा सकता है। इसीलिए प्राथमिक विद्यालय बंद कर देंगे और निजी विद्यालय और डिग्री फीस इतनी बड़ा देंगे कि गांव गरीब का बच्चा पढ़ ही न पाए। स्कूल बन्द करने से गरीब तपके के बच्चे बड़ी संख्या में शिक्षा से वंचित होंगे साथ ही प्रधानाध्यापक, शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मियों के लाखों पद भी खत्म हो जायेंगे। संचालन समीउल्लाह अंसारी ने किया। कडी धूप और उमस के बावजूद शिक्षक जमे रहे।

धरने में मुख्य रूप से रवीश कुमार मिश्र, सत्यराम वर्मा, रीना कनौजिया, रेहाना परवीन, दीपिका यादव, कोमल बाला, रूमा सिंह, सलेहा बेगम, अमृता श्रीवास्तव, अनुमपा सिंह, शिल्पी पाण्डेय, गीता सिंह, संध्या यादव, प्रियंका यादव प्रियंका सिंह सुनीता चौधरी, शेषनाथ यादव, गौरव चौधरी, चंद्रमोहन, माखनलाल, राजीव सिंह, अशिवनी सिंह, सुनील तिवारी, बृजेश, शिवशंकर यादव, अशोक पाण्डेय, सतीश यादव, असलम, विनोद चौधरी, जयश्री पाठक, सुरभि ओझा, गीता यादव, कंचन लता, करिश्मा पाल, महेंद्र पटेल, सत्यराम वर्मा,विजय कुमार, लक्ष्मण लाल, उदयप्रताप सिंह, शोभाराम, गिरजेश सिंह, राकेश सिंह, मनीष पाण्डेय, काशीराम, हरि सिंह, चिन्मयराय, मंगला मौर्य, रामसहाय, माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला उपाध्यक्ष विकास सहित हजारों की संख्या में शिक्षक, संविदाकर्मी मौजूद रहे।