कुम्भ नगरी प्रयागराज में सावन के चौथे सोमवार में शिवभक्तों पर हेलीकॉप्टर से हुई पुष्प वर्षा
बोल-बम के जयघोष से गूँज उठे माँ गंगा और संगम के तट
प्रयागराज। योगी सरकार में शिवभक्त कावरियों की सुविधा और सुरक्षा का ध्यान रखने के साथ उनकी आस्था का सम्मान भी निरन्तर हो रहा है। सावन के चौथे सोमवार में कुम्भ नगरी प्रयागराज में शिव भक्तों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। पुष्पवर्षा के सम्मान से संगम और गंगा के सभी तट बोल-बम के जयघोष से गूँज उठे।
श्रावण मास में कुम्भ नगरी प्रयागराज में संगम और गंगा के सभी तट केसरिया रंग से रंग चुके हैं। पुराणों में वर्णित आदि शिवालय श्री ब्रह्मेश्वर महादेव मंदिर, श्री मनकामेश्वर मंदिर और संगम के घाटों से बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी गंगा जल ले जा रहे शिव भक्त कावरियों की लम्बी -लम्बी कतारों पर सोमवार को हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की गई। डीएम प्रयागराज संजय कुमार खत्री का कहना है कि सरकार के निर्देश पर प्रयागराज में शिवभक्त कावरियों पर हेलीकाप्टर से चार चरण में पुष्प वर्षा की गई। संगम और माँ गंगा के सभी तटों के अलावा जिले के उन सभी शिवालयों के मार्गों में जहां से ये शिव भक्त गुजरते हैं पुष्प बरसाए गए हैं।
सावन के चौथे सोमवार में संगम माँ गंगा के घाटों और शिवालयों में शिव भक्तो की लम्बी-लम्बी कतारें लगी। सभी शिवभक्त जल्द से जल्द पावन जल लेकर देवाधिदेव महादेव को अर्पित करने के लिए उतावले हो रहे थे तभी आसमान से गिर रही गुलाब की पंखुडियों से सभी शिव भक्तों का ध्यान इस पर गया। हेलीकाप्टर से श्रद्धालुओं पर हो रही पुष्पवर्षा से शिवभक्त भाव विभोर हो गए। क्षण भर में संगम और गंगा के सभी तटों में बोल- बम का जयघोष गूंजने लगा। संगम की त्रिवेणी का पावन जल बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी ले जा रहे शिवभक्त रामेश्वर बताते हैं कि एक दशक से अधिक वर्षो से सावन के मास में त्रिवेणी का जल लेकर वह काशी जाते हैं लेकिन शिव भक्तो को इतना सम्मान किसी सरकार ने नहीं दिया जितना योगी जी ने दिया है। दारागंज के दशाश्वमेध घाट से कांवड़ उठाकर पडिला महादेव मंदिर गंगा जल अर्पित करने जा रहे भानुप्रताप कावरियों की आस्था को मिल रहे सम्मान से भाव विभोर हैं। उनका कहना है कि यह पुष्प वर्षा नहीं बल्कि महादेव के आशीर्वाद की वर्षा है जो एक संत मुख्यमंत्री द्वारा ही कराई जा सकती है।