टीबी संक्रमण की पहचान हेतु सीवाई-टीबी टेस्ट की हुई शुरुआत

बस्ती 07 जुलाई। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हर्रैया के टीबी यूनिट में हाईरिस्क वाले लोगों में टीबी संक्रमण की पहचान हेतु आज से सीवाई-टीबी टेस्ट की शुरुआत अधीक्षक एवं एमओटीसी के देखरेख में की गई। 48 से 72 घंटे बाद इसका रिजल्ट पता चलेगा और संक्रमण पाए जाने पर नि:शुल्क इलाज भी किया जाएगा।
अधीक्षक डा बृजेश कुमार शुक्ल ने कहा कि सीवाई-टीबी टेस्ट को सीवाई-टीबी स्किन टेस्ट भी कहा जाता है यह एक प्रकार का त्वचा परीक्षण है जिसका उपयोग टीबी संक्रमण का पता लगाने के लिए किया जाता है। यह एक उन्नत परीक्षण है जो मंटौक्स परीक्षण की तुलना में अधिक सटीक माना जाता है। उन्होंने कहा कि सीवाई-टीबी टेस्ट में एक विशिष्ट प्रोटीन को त्वचा के नीचे इंजेक्ट किया जाता है और यदि व्यक्ति को टीबी का संक्रमण है तो उस जगह पर सूजन या गांठ दिखाई देगी।
एमओटीसी डा नंदलाल यादव ने कहा कि सीवाई-टीबी टेस्ट सक्रिय और निष्क्रिय दोनों प्रकार के टीबी संक्रमण का पता लगा सकता है। यह टेस्ट मंटौक्स परीक्षण की तुलना में अधिक सटीक माना जाता है, खासकर उन लोगों में जो बीसीजी का टीका लगवा चुके हैं।
वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक राहुल श्रीवास्तव ने कहा कि देश को टीबी से मुक्त करने के लिए सरकार तरह-तरह का प्रयास कर रही है जिसके तहत टीबी रोग को समाप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से सीवाई टीबी टेस्टिंग की शुरुआत की जा रही है, जो हाई रिस्क वाले मरीजों में टेस्ट कर टीबी के बारे में पता लगाएगी। इस जांच का पहली बार प्रयोग हो रहा है।
वरिष्ठ टीबी प्रयोगशाला पर्यवेक्षक संजय कुमार पाण्डेय ने कहा कि
हाई रिस्क में आने वाले लोगों जैसे सिलिकोसिस, डायलिसिस, कीमोथेरेपी , एंटी-टीएनएफ उपचार, स्टेरॉइड एवं आर्गन ट्रांसप्लांट, मधुमेह, कुपोषित 18.5 बीएमआई से कम, धूम्रपान, मदिरापान करने वाले व्यक्तियों में टीबी संक्रमण पहचानने के लिए सीवाई टीबी टेस्ट किया जायेगा।
इस दौरान एलटी धर्मेन्द्र कुमार मिश्र ने आज सीवाई-टीबी टेस्ट की ।