लखनऊ में पुलिस मुठभेड़ में ढेर हुआ मासूम बच्ची से दुष्कर्म का आरोपी

लखनऊ राजधानी लखनऊ के आलमबाग थाना क्षेत्र में एक 2.5 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले शातिर वांछित अपराधी दीपक वर्मा उर्फ नन्हू को पुलिस ने गुरुवार रात मुठभेड़ में मार गिराया। घटना के बाद से फरार चल रहे अभियुक्त को पकड़ने के लिए लखनऊ पुलिस लगातार सक्रिय थी और मुखबिर की सूचना पर हुई इस कार्रवाई ने अपराधियों के मन में भय पैदा कर दिया है।मुठभेड़ बीती रात करीब 2:55 बजे से 3:05 बजे के बीच देवीखेड़ा रोड पर हुई। आरोपी दीपक वर्मा पुत्र राधेश्याम वर्मा, मूल निवासी रामनगर ऐशबाग (वर्तमान पता – डूडा कॉलोनी, चुन्नूखेड़ा, थाना पारा) के खिलाफ थाना आलमबाग में मु.अ.सं. 98/2025 के तहत पाक्सो अधिनियम की धारा 5(m)/6 और भारतीय न्याय संहिता की धारा 65(2) में मुकदमा दर्ज था।सूचना मिलने पर जब पुलिस ने देवीखेड़ा रोड पर संदिग्ध सफेद स्कूटी (UP32PV4804) सवार युवक को रोकने का प्रयास किया तो उसने स्कूटी छोड़कर भागने की कोशिश की और पुलिस टीम पर जानलेवा फायर किया। पहली गोली चूक गई, लेकिन दूसरी गोली प्रभारी निरीक्षक सुभाष चंद्र के बुलेटप्रूफ जैकेट में जा लगी। पुलिस टीम ने तीन बार आत्मसमर्पण की चेतावनी दी, लेकिन आरोपी ने फायरिंग जारी रखी। इसके बाद आत्मरक्षा में प्रभारी निरीक्षक द्वारा की गई जवाबी फायरिंग में एक गोली आरोपी के सीने में लगी। घायल आरोपी को तत्काल लोकबंधु अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।मौके से एक देसी तमंचा 315 बोर, दो जिंदा और एक खोखा कारतूस, ₹270 नकद (एक ₹500 का नोट सहित), एक एंड्रॉइड मोबाइल फोन और स्कूटी बरामद की गई। आरोपी के खिलाफ एक और मुकदमा आर्म्स एक्ट की धारा 3/25/27 व धारा 109(1) BNS के तहत मु.अ.सं. 99/2025 में दर्ज किया गया है।दीपक वर्मा का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है। उसके विरुद्ध पूर्व में थाना पारा में मु.अ.सं. 249/24 (धारा 504/506 IPC) तथा थाना हजरतगंज में मु.अ.सं. 281/21 (धारा 147/323/504/506 IPC) दर्ज हैं।पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ के अनुसार, यह मुठभेड़ प्रभारी निरीक्षक सुभाष चंद्र के नेतृत्व में गठित 15 सदस्यीय पुलिस टीम द्वारा की गई। टीम ने पूरी तत्परता, बहादुरी और पेशेवर दक्षता का परिचय देते हुए न सिर्फ आरोपी को रोका बल्कि आत्मरक्षा में संतुलित कार्रवाई करते हुए उसे निष्क्रिय किया।इस पूरे मामले में लखनऊ पुलिस ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि महिलाओं और बालिकाओं के विरुद्ध अपराध करने वालों के प्रति कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। ऐसे अपराधियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी और कानून का राज हर हाल में स्थापित किया जाएगा।